DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Sunday, March 25, 2018

एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती 2018 : कम्प्यूटर शिक्षक के लिए आईटी छात्रों का दावा, बीएड की अनिवार्यता भी समाप्त करने की मांग

लोक सेवा आयोग ने इस विषय के लिए कम्प्यूटर साइंस से बीटेक को ही किया मान्य

लोक सेवा आयोग की सहायक अध्यापक प्रशिक्षित स्नातक (एलटी ग्रेड शिक्षक) भर्ती 2018 में कम्प्यूटर शिक्षक पद के लिए इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी (आईटी) से बीटेक करने वाले छात्रों ने भी दावा ठोंका है। छात्रों ने आयोग से कम्प्यूटर शिक्षक की शैक्षिक अर्हता में बदलाव करने की मांग की है। छात्रों का कहना है कि अगर बदलाव नहीं होता है तो वे हाईकोर्ट जाएंगे।आयोग ने एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती का विज्ञापन 15 मार्च को जारी किया है। इसी दिन से ऑनलाइन आवेदन लिए जा रहे हैं। विज्ञापन के मुताबिक कम्प्यूटर शिक्षक के लिए वही अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं, जिन्होंने सीएस में बीटेक/बीई अथवा कम्प्यूटर विज्ञान में विज्ञान स्नातक अथवा कम्प्यूटर एप्लीकेशन में विज्ञान स्नातक अथवा एनआईईएलआईटी से ‘ए’ स्तरीय पाठ्यक्रम के साथ स्नातक की उपाधि हासिल की हो।अर्हता में बदलाव की मांग कर रहे छात्रों का कहना है कि केंद्रीय विद्यालय संगठन में कम्प्यूटर शिक्षकों की भर्ती में सीएस के साथ ही आईटी से बीटेक करने वाले छात्रों को भी अवसर दिया जाता है। किसी अन्य ब्रांच से बीटेक छात्र ने कम्प्यूटर एप्लीकेशन में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा या डिग्री लिया है तो भी उसे भी इस पद को योग्य माना जाता है। अखिल भारतीय ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट यानी गेट में वर्ष 2009 से सीएस और आईटी का पाठ्यक्रम भी मिलाकर एक कर दिया गया है। छात्रों का कहना है कि विज्ञापन में ट्रिपलआईटी से दी जाने वाली मास्टर ऑफ साइंस इन साइबर लॉ तथा आईटी की पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री का भी उल्लेख नहीं है जबकि आयोग की ओर से जारी विज्ञापन में कम्प्यूटर का जो कोर्स है, उसमें साइबर लॉ और इनफार्मेशन सिक्योरिटी का पूरा चैप्टर शामिल है।

बीएड की अनिवार्यता भी हो समाप्त

अभ्यर्थियों का कहना है कि कम्प्यूटर, कला या संगीत के शिक्षक सामान्य विषयों से इतर विशेष श्रेणी के होते हैं। इसलिए इनमें बीएड की अनिवार्यता नहीं होनी चाहिए। केवीएस में कम्प्यूटर शिक्षक के लिए बीएड अनिवार्य नहीं है। मंगल सिंह, सुनील, अनिल, देवेंद्र मिश्र, मिराज अहमद, भाष्कर मिश्र आदि ने आयोग के सचिव से शैक्षिक अर्हता में बदलाव करने की मांग की है।

No comments:
Write comments