लापरवाही
बीटीसी 2015 बैच के द्वितीय सेमेस्टर के आंतरिक मूल्यांकन में गड़बड़ी के कारण 96 प्रशिक्षुओं के फेल होने का मामला प्रकाश में आया है। यूपी बीटीसी 2015 द्वितीय सेमेस्टर का रिजल्ट देख प्रशिक्षु सकते में आ गए। हाजी इस्माइल (अल्पसंख्यक) डिग्री कॉलेज सादुल्लाहनगर व हाजी इस्माइल शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान इटईरामपुर के प्रशिक्षुओं को प्रयोगात्मक परीक्षा में पूर्णांक 50 की जगह 25 कर दिया गया, जिससे घोषित परीक्षाफल में कोई प्रशिक्षु उत्तीर्ण नहीं हुआ। अब विद्यालय प्रशासन रिजल्ट सही कराने के लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान दर्जीकुआं गोंडा के प्राचार्य को पत्र भेजकर सुधार के लिए वेबसाइट खुलवाने का आग्रह किया है। जिले के हाजी इस्माइल डिग्री कॉलेज सादुल्लाहनगर व हाजी इस्माइल शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान इटईरामपुर में बीटीसी प्रशिक्षण के लिए 46-46 अभ्यर्थियों ने दाखिला लिया था। 18 से 20 दिसंबर में उनके द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा माता राजरानी महिला महाविद्यालय बेलसर गोंडा में हुई। कॉलेज में इन विद्यार्थियों की प्रयोगात्मक परीक्षा कराई गई। कॉलेज प्रबंधन ने प्रयोगात्मक परीक्षा के लिए निर्धारित पूर्णांक से आधे पर मूल्याकंन कर दिया। उसे वेबसाइट पर भी फीड कर दिया, जिससे सभी प्रशिक्षु फेल हो गए। प्राचार्य कमरूद्दीन का कहना है कि महाविद्यालय की त्रुटिवश बीटीसी प्रशिक्षुओं का मूल्यांकन 25 अंकों के आधार पर हो गया। परिणाम आने के बाद उन्हें जानकारी हो सकी। परिणाम में सुधार के लिए गोंडा दर्जीकुआं के डायट प्राचार्य को संशोधन के लिए पत्र लिखा है। डायट प्राचार्य गोंडा संतोष कुमार देव पांडेय ने बताया कि सचिव परीक्षा नियामक को पत्र भेजा जाएगा। रिजल्ट में संशोधन कराकर उसे सही कराया जाएगा।’
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