फतेहपुर: जिले के 13 ब्लाकों में खोले जाने वाले अंग्रेजी माध्यम के 65 स्कूलों में पूर्व में तैनात शिक्षक-शिक्षिकाएं नहीं हटाए जाएंगे। अंग्रेजी भाषा पढ़ाने के जानकार शिक्षकों के साथ पूर्व में तैनाती पाए मास्टर साहब योगदान करते नजर आएंगे। पहली अप्रैल से अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों के संचालन के लिए बेसिक शिक्षा विभाग में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
गांव की सोंधी मिट्टी में पढ़ने वाले बच्चों को अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा देकर होनहार बनाने के लिए शासन ने खाका खींचा है। इस भाषा से बच्चों का ज्ञानार्जन कराने के लिए बेसिक शिक्षा में आवेदन मांग कर लिखित और मौखिक परीक्षा संपन्न कराई जा चुकी है। उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का जिम्मा जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रवक्ताओं को दिया गया है। एक ब्लाक के जिन पांच प्राथमिक स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई के लिए चयनित किया गया है उसमें तैनात शिक्षक-शिक्षिकाएं परेशान हैं कि उनका क्या होगा। अंग्रेजी माध्यम से विद्यालय के संचालन में उन्हें कहीं और न भेज दिया जाए।
इस परेशानी से वह शिक्षक-शिक्षिकाएं परेशान हैं जिन्होंने सेटिंग गेटिंग करके तैनाती करवाई है। ऐसे शिक्षकों की परेशानी को विभाग ने खत्म कर दिया है। संबंद्धता और जिले के अंदर तबादला विभाग के वश में नहीं है इसलिए ऐसे शिक्षकों को खासी राहत मिल जाएगी। लिखित और मौखिक परीक्षा में सम्मिलित 175 शिक्षक-शिक्षिकाओं में जो तस्वीर उभर कर सामने आई है उसमें 150 का ही चयन हो पाएगा। ऐसे में अंग्रेजी माध्यम के एक स्कूल में दो अथवा तीन शिक्षक ही पहुंच पाएंगे। बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि अंग्रेजी के शिक्षक तो भेजे जाएंगे लेकिन पूर्व की तैनाती पाए शिक्षक-शिक्षिकाओं को नहीं हटाया जाएगा।
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