जागरण संवाददाता, रामपुर : खंड शिक्षाधिकारियों की मनमानी और लेट-लतीफी के चलते शिक्षकों को वेतन समय से नहीं मिल पा रहा है। इस बार शासन के आदेश के बाद भी वेतन व अन्य देयों का भुगतान नहीं होने से शिक्षकों की होली फीकी रह गई। प्राथमिक शिक्षक संघ ने मामले की शिकायत जिलाधिकारी से कर कार्रवाई की मांग की है। वेतन समेत सभी देयों का समय से भुगतान हो। इसके लिए सरकार द्वारा आनलाइन भुगतान की सुविधा प्रदान की गई है, लेकिन जिनको यह दायित्व सौंपा। वह मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। जानबूझकर शासन की मंशा पर पानी फेर रहे हैं। छह माह पूर्व मुख्यमंत्री ने दीपावली के पर्व पर शिक्षकों व कर्मचारियों को बोनस का तोहफा दिया। इससे शिक्षक गदगद थे, लेकिन खंड शिक्षाधिकारियों व लेखा कार्यालय की आपसी खींचतान के चलते शिक्षकों को छह माह बीतने के बाद भी बोनस का भुगतान नहीं हो पाया है। इतना ही नहीं, वर्ष 2015 में तैनात शिक्षकों का एरियर भी अभी तक लटका है। शिक्षक लेखा कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन इनकी कोई सुनवाई नहीं हो पा रही है। पर्व के चलते इस बार शिक्षकों ने होली से पहले वेतन देने की मांग की थी। शिक्षकों के हितों को ध्यान में रखते हुए शासन ने आदेश भी जारी कर दिया, कि शिक्षकों को 28 फरवरी को जारी कर दिया जाए। इसके चलते बीइओ को चाहिए था कि समय से आय कर की गणना व कटौती के बाद इनपुट लेखा कार्यालय को दे देना चाहिए था, जिससे समय से वेतन मिल जाता, लेकिन दुर्भाग्यवश ऐसा नहीं हो सका। जबकि कई जनपदों में होली से पहले वेतन मिल गया। लेकिन यहां वेतन मिलना तो दूर दीपावली का बोनस मिलना मुश्किल हो रहा है। इससे बेसिक के 3500 से ज्यादा शिक्षकों की होली फीकी रह गई। बीइओ के मनमाने रवैए को लेकर शिक्षकों में रोष है। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष कैलाश पटेल व मंत्री आनंद प्रकाश गुप्ता ने मामले की शिकायत डीएम से कर कार्रवाई की मांग की है।
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