शिक्षा विभाग में अनियमितताओं पर गाज गिरना जारी है। बुलंदशहर के डीआईओएस मनोज कुमार सिंह को शिक्षक के उत्पीड़न के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। वहीं, लखनऊ के पूर्व डीआईओएस उमेश कुमार त्रिपाठी से बलिया में तैनाती के दौरान की गई गलत नियुक्तियों पर आर्थिक वसूली की जाएगी। गाजीपुर के भी डीआईओएस हटा दिए गए हैं।
बुलंदशहर के पब्लिक इंटर कॉलेज के सहायक अध्यापक बिजेंद्र ने वेतन भुगतान न करने से परेशान होकर आत्महत्या कर ली थी। मामले में डीआईओएस मनोज कुमार सिंह के खिलाफ एफआईआर भी हुई थी। जांच में दोषी पाए जाने पर उपमुख्यमंत्री डॉ़ दिनेश शर्मा ने मनोज कुमार सिंह को निलंबित कर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही एक समिति भी गठित की गई है जो शिक्षकों की नियुक्ति, वेतन भुगतान, शैक्षिक प्रमाणपत्रों के सत्यापन आदि के संदर्भ में रिपोर्ट देगी जिससे भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
उमेश कुमार त्रिपाठी को प्रतिकूल प्रविष्टि : लखनऊ के पूर्व डीआईओएस एवं वर्तमान में उन्नाव डायट पर उप प्राचार्य उमेश कुमार त्रिपाठी पर भ्र्रष्टाचार के मामले में कार्रवाई हुई है। उमेश त्रिपाठी ने बलिया में डीआईओएस रहते हुए तीन अध्यापकों की अनियमित नियुक्ति के बावजूद उनका वेतन भुगतान कर दिया था। इसकी पुष्टि होने के बाद उनसे 1.91 लाख रुपये की वसूली के साथ ही दो वेतन वृद्धि स्थाई रूप से रोक दी गई है।
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