इलाहाबाद : ऑल टीचर इंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन यानि अटेवा पेंशन बचाओ मंच उप्र की मुहिम अब देशव्यापी हो गई है। प्रांतीय नेताओं ने शनिवार को इलाहाबाद में एलान किया कि सरकार शिक्षक व कर्मचारियों को पुरानी पेंशन बहाल करे, वरना चुनाव का बहिष्कार करेंगे। यह भी कहा कि केंद्र व राज्य सरकारों ने न्यू पेंशन स्कीम जबरन थोपा है, यह किसी के हित में नहीं है। इस मांग को लेकर देशभर के 53 संगठन 30 अप्रैल को दिल्ली के रामलीला मैदान पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष डा. हरि प्रकाश यादव ने कहा कि जब एक सांसद या विधायक एक दिन की शपथ लेने के बाद पेंशन का हकदार हो जाता है तो अपने जीवन के स्वर्णिम दिनों में नौकरी करने वालों को पेंशन क्यों नहीं मिलनी चाहिए? बोले, पेंशन सिर्फ चंद धनराशि नहीं है, बल्कि साठ वर्ष तक सेवा देने वालों की बुढ़ापे की लाठी है। इसे सरकार ने 11 वर्ष पहले जबरन बंद कर दिया है।
अटेवा ने इस मांग को लेकर पिछले तीन वर्षो में प्रदेश भर में आंदोलन करके बड़ी संख्या में शिक्षकों व कर्मचारियों को जोड़कर बड़ी लड़ाई छेड़ी है और अब इसे लेकर रहेंगे। इस आंदोलन में एक शिक्षक साथी की मौत हो चुकी है, उसकी शहादत यूं ही जाया नहीं होने देंगे। अब देशव्यापी आंदोलन शुरू करने के जा रहे हैं।
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