महराजगंज : बेसिक शिक्षा विभाग ने प्रथम चरण में दुर्बल वर्ग समूह के कुल 58 विद्यार्थियों को प्रथम चरण में प्रवेश दिलाया है। प्रवेश लेने वाले बच्चों में 53 ग्रामीण क्षेत्र के हैं जबकि पांच नगरीय क्षेत्र के। अकेले फरेंदा तहसील में ही दुर्बल वर्ग समूह के 43 विद्यार्थियों को प्रवेश दिलाया गया है। शासन ने शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत 6 से 14 वर्ष के गरीब बच्चों को परिषदीय विद्यालयों में दुर्बल वर्ग समूह में रख कर उनका प्रवेश अंग्रेजी माध्यम के प्राइवेट विद्यालयों में कराने का निर्देश जारी किया था। विद्यालयों के लिए भी यह निर्देश था कि वह विद्यालयों में उपलब्ध सीटों के सापेक्ष 25 फीसद सीटों पर प्रवेश लें। शैक्षिक सत्र 2018-19 के लिए तीन चरणों का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है। पहले चरण में पूरे जिले से ग्रामीण क्षेत्र के लिए कुल 58 लोगों ने तथा शहरी क्षेत्र के लिए छह लोगों ने अपना आवेदन किया था। प्रारंभिक जांच के बाद ग्रामीण क्षेत्र के 53 तथा नगरीय क्षेत्र के पांच लोगों के आवेदन सही पाए गए। जिन्हें उनके मुताबिक दिए गए विद्यालयों के विकल्प में प्रवेश दिला दिया गया है।
ग्रामीण क्षेत्र में हुए 53 प्रवेश में 43 फरेंदा तहसील क्षेत्र में, छह सदर तहसील क्षेत्र में तथा चार निचलौल तहसील क्षेत्र के विद्यालयों में तथा शहरी क्षेत्र में नगर पालिका महराजगंज में चार तथा नगर पंचायत निचलौल में एक बच्चे को प्रवेश दिलाया गया है। प्रवेश के बीच अब नौतनवा तहसील ही ऐसी तहसील बची है जहां पर दुर्बल समूह के किसी परिवार ने आवेदन नही किया।
सदर में सेंट जोसेफ व फरेंदा में नवजीवन बना पहली पसंद :
पहले चरण में हुए 58 बच्चों के प्रवेश पर नजर डालें तो पता चलता है कि सदर में सेंट जोसेफ व फरेंदा में नवजीवन स्कूल लोगों की पहली पसंद बना हुआ है। प्रथम चरण में सदर तहसील में सेंट जोसेफ व सेंट जेवियर्स, निचलौल में जेपी पब्लिक स्कूल तथा फरेंदा में एमपी पब्लिक स्कूल, बीडी एकेडमी, केएम एकेडमी व नवजीवन तथा बृजमनगंज में अलमाइटी द्वारा प्रवेश लिया गया है।
दूसरे चरण में प्रवेश के लिए 16 तक करें आवेदन : बीएसए
बीएसए जगदीश शुक्ल ने कहा कि दुर्बल वर्ग के बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए विभाग सदैव तत्पर है। प्रथम चरण का प्रवेश पूरा हो गया है तथा दूसरे चरण का आवेदन लिया जा रहा है। प्रवेश के इच्छुक लोग 16 तक आवेदन करना सुनिश्चित करें।
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