इलाहाबाद : इसे संयोग ही कहेंगे कि शनिवार को केंद्र की मोदी सरकार अपनी चार साल की उपलब्धियों का बखान कर रही है। इस खास मौके पर सीबीएसई इंटरमीडिएट के रिजल्ट ने सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ पर सफलता की मुहर लगा दी है। लड़कियों ने 10.18 फीसद के बड़े अंतर से मेधा के मामले में लड़कों को पीछे छोड़ा है। इतना ही नहीं रिजल्ट प्रतिशत पिछले वर्षो में आगे-पीछे होता रहा है लेकिन, लड़कियां इससे बेपरवाह सफलता का झंडा थामे आगे-आगे ही चल रही हैं।
सीबीएसई इंटर 2018 के रिजल्ट में पिछले वर्षो की अपेक्षा कई तरह के उतार-चढ़ाव दिख रहे हैं। इसमें यदि कुछ नहीं बदला है तो लड़कियों की सफलता की कहानी। बल्कि ‘आधी दुनिया’ की धमाकेदार बढ़त निरंतर जारी है। इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि इलाहाबाद परिक्षेत्र के जिलों में शीर्ष पर अधिकांश लड़कियां ही हैं। वहीं, ओवरऑल रिजल्ट में उन्होंने छात्रों को लंबे अंतर से पछाड़ दिया है।
खास बात यह है कि लड़कियों ने ऐसी ही उपलब्धि 2016 में भी अर्जित की थी, उस समय छात्रों को इससे भी बड़े अंतर यानि 10.39 फीसद से पीछे कर दिया था। वहीं, 2017 में छात्र-छात्रओं के बीच सफलता प्रतिशत का अंतर महज चार फीसद ही रहा लेकिन, उन्होंने लड़कों को आगे नहीं निकलने दिया। सीबीएसई के इलाहाबाद परिक्षेत्र कार्यालय में प्रदेश के 60 जिले आते हैं।
इंटर में 75.19 फीसद परीक्षार्थियों ने सफलता प्राप्त की है। इसमें छात्रएं 81.65 फीसद व छात्र 71.47 फीसद सफल हुए हैं। यह दस प्रतिशत से भी अधिक का अंतर छात्रओं की मेहनत, लगन व सफलता मिलने तक चले प्रयास की कहानी बयां करता है। यही नहीं छात्रों की तुलना में परीक्षा में शामिल होने वाली छात्रओं की संख्या कम रही है, लेकिन उत्तीर्ण होने की ललक उनमें कहीं अधिक दिखी। वहीं, छात्रों का प्रदर्शन पिछले वर्षो में महज कुछ फीसद के अंतर से एक जैसा ही रहा है।
फिर 26 मई को ही रिजल्ट: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानि सीबीएसई को 26 मई की तारीख भी काफी रास आ रही है। बोर्ड ने पिछले वर्ष इंटर का रिजल्ट इसी तारीख को घोषित किया था। इस बार परीक्षा में पेपर लीक व पुनमरूल्यांकन जैसे कई झंझावात आए लेकिन, रिजल्ट फिर 26 मई को ही जारी हुआ। वैसे पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार इलाहाबाद परिक्षेत्र के परिणाम में गिरावट दर्ज की गई है।
इलाहाबाद केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) वीं की परीक्षा 08 का परिणाम शनिवार दोपहर एक बजे जारी हो गया। इसमें बेटियों की बादशाहत बरकरार रही है। क्षेत्रीय कार्यालय ने टॉपर मेधावियों की इस बार भी सूची नहीं जारी की है। इलाहाबाद परिक्षेत्र में वीं परीक्षा का परिणाम फीसद रहा है। इसमें लड़कियां दस फीसद अंकों के लंबे फासले के साथ आगे रही हैं।
इलाहाबाद क्षेत्रीय कार्यालय में सहायक सचिव रमेश कुमार ने बताया कि मुख्यालय से परिक्षेत्र के ओवरऑल टापर्स और प्रमुख शहरों के मेधावियों की रिपोर्ट जल्द ही मुहैया होने का दावा किया गया। सहायक सचिव ने बताया कि पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार के रिजल्ट में गिरावट आई है।
सीबीएसई की वीं परीक्षा में पटना के डीएवी स्कूल के छात्र सुजल राज ने 98.40 प्रतिशत अंकों के साथ बिहार में पहला स्थान हासिल किया है। शनिवार को नतीजे घोषित होने के बाद जब सुजल की कामयाबी के बारे में पता चला तो साथ पढ़ने वाली छात्रओं ने सुजल को कंधे पर उठा लिया।
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