उग्र होने से बेकाबू हुए हालत, BEd-TET अभ्यर्थियों पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज
■ अभ्यर्थियों को नहीं थी मार्च की अनुमति : एडीएम 1अपर जिलाधिकारी जितेंद्र मोहन सिंह का कहना है कि अभ्यर्थियों ने प्रशासन को किसी तरह की सूचना नहीं दी थी। बिना अनुमति के ही विधानभवन घेरने निकले। जिन लोगों ने भी ंिहंसा की है उनको चिह्न्ति कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। एएसपी सर्वेश कुमार मिश्र का कहना है कि अभ्यर्थियों ने रोकने पर पथराव किया। जिससे करीब आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
पुलिस पर पथराव, कई वाहनों में लगाई आग, बवाल बढ़ता देख सेना को देना पड़ा दखल
लखनऊ : धरना स्थल से विधानभवन घेरने निकले बीएड-टीईटी अभ्यर्थियों को पुलिस ने कैंट में रोक लिया। इस पर प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। वाहनों में तोड़फोड़ करते हुए आग लगा दी। अभ्यर्थियों ने निजी वाहनों को भी नहीं बख्शा। पुलिस ने बेकाबू अभ्यर्थियों को रोकने के लिए लाठीचार्ज किया। स्थिति नियंत्रित करने को आंसू गैस के गोले भी फेंके। बवाल बढ़ते देख सेना को दखल देना पड़ा। कई घंटों बाद हालात काबू में आये। ¨हसा में 24 से अधिक घायल हुए।
इको गार्डन स्थित नए धरना स्थल पर कई दिनों से जमे बीएड-टीईटी अभ्यर्थियों की मांगों पर जब सरकार ने संज्ञान नहीं लिया तो उन्होंने मंगलवार को विधानभवन की ओर कूच कर दिया। अभ्यर्थियों को कैंट इलाके में पुलिस ने रोकने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने। इस पर पुलिस ने घेराबंदी शुरू की तो वह भड़क गए। पथराव शुरू कर दिया। स्थिति नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया तो हालात बेकाबू हो गए। अभ्यर्थियों ने पुलिस के साथ-साथ वाहनों को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया। वहां से गुजर रही रोडवेज बस, डीजल टैंकर और स्कूल बस सहित कई वाहनों में तोड़फोड़ कर डाली।
बवाल के चलते कैंट कमांड हॉस्पिटल के आसपास का पूरा इलाका छावनी में तब्दील हो गया। हालात इस कदर बेकाबू हो गए कि पुलिस को कई राउंड आंसू गैस के गोले दागने पड़े। अभ्यर्थियों की अधिक संख्या के चलते पुलिस बैकफुट पर बनी रही। तीन घंटे चले हंगामे पर सेना हरकत में आ गई। आसपास का इलाका कवर किया। तब जाकर स्थिति नियंत्रित हुई।
■ रायबरेली रोड जाम, एंबुलेंस तक फंसी : कैंट में हंगामे के चलते पूरे इलाके में ट्रैफिक जाम हो गया। बवाल के चलते रायबरेली रोड पर हजारों वाहन जाम में फंस गए। कई एंबुलेंस भी जाम में घंटों तक फंसी रहीं।
■ क्या है मांग : बीएड-टीईटी अभ्यर्थी 2011 प्रशिक्षु शिक्षक की भर्ती (72825) पदों पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत सरकार से बहाल करने की मांग कर रहे हैं। इसे लेकर कई दिनों से धरना स्थल पर डटे हैं।लखनऊ में मंगलवार को इको पार्क धरना स्थल से विधान भवन का घेराव करने आते बीएड टीईटी अम्यार्थियों के हुजूम को कैंट में पुलिस ने रोका।
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