आंबेडकर विवि के सबसे बड़े बीएड फर्जीवाड़े के लिए कॉलेज के रिकॉर्ड में भी खेल किया गया है। कॉलेज के रिकॉर्ड में फर्जी छात्रों का ब्योरा दर्ज किया गया है। हाईकोर्ट के निर्देश के बाद विवि ने बीएड सत्र 2004-05 के छात्रों का ब्योरा मांगा है।
बीएड सत्र 2004-05 में एसआइटी की जांच में सामने आया है कि 3517 छात्रों का चार्ट में फर्जी रिकॉर्ड दर्ज किया गया। वहीं, 1053 छात्रों के नंबर बढ़ाए गए हैं। हाईकोर्ट ने विवि से बीएड फर्जीवाड़े से संबंधित सूचनाएं मांगी हैं। ऐसे में कुलसचिव केएन सिंह ने 90 बीएड कॉलेजों से सत्र 2004-05 में प्रवेश लेने वाले छात्र, कितने छात्रों को मैनेजमेंट कोर्ट से प्रवेश दिया गया। इसका ब्योरा मांगा गया है, किस आधार पर मैनेजमेंट कोटे से प्रवेश दिया गया है और क्या प्रक्रिया अपनाई गई है। इसके साथ ही बीएड परीक्षा देने वाले छात्रों का ब्योरा भी मांगा गया है। सूत्रों के मुताबिक, बीएड फर्जीवाड़े के लिए बीएड कॉलेजों में मैनेजमेंट कोटे से सीधे प्रवेश दर्शाया गया है। इन छात्रों की अलग से परीक्षा कराई गईं थी, यह तर्क दिया जा रहा है। मगर, यह रिकॉर्ड विवि के पास नहीं है। पीआरओ डॉ. गिरजा शंकर शर्मा का कहना है कि विवि द्वारा बीएड कॉलेजों से सूचना मिलने के बाद जांच कराई जाएगी
No comments:
Write comments