फतेहपुर: गुरुवंदन समारोह में बोलते हुए जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह ने कहा कि गुरु वह है जो जीवन जीने की कला सिखाता है। उन्होंने गुरु ही बच्चों में आत्मबल भरता है, जिससे वह विपरीत परिस्थितियों में भी कभी धैर्य नहीं छोड़ते हैं। उन्होंने वेद, पुराणों व महाभारत काल का उदाहरण देते हुए कहा कि गुरु ही सृष्टि का निर्माणकर्ता है। उन्होंने सभी शिक्षकों से गुरुतर दायित्वों का निर्वहन पूरी ईमानदारी से करने का आह्वान किया। उन्होंने विशिष्ट सेवाओं के लिए शिक्षिका नीलम भदौरिया व प्रवीण त्रिवेदी को प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के तत्वावधान में हुए कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि शरीक हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शिवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि शिक्षकों को समाज की दिशा एवं दशा बदलने की अहं जिम्मेदारी है और इसे साधना समझकर करना चाहिए।संचालन करते हुए संघ के जिलाध्यक्ष अदीप सिंह ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग कार्यवाह ज्ञानेंद्र सिंह ने दायित्वों पर जोर दिया। कार्यक्रम के अंत में अधिकारियों व शिक्षक-शिक्षिकाओं ने पौधरोपण कर हरियाली फैलाने का आह्वान किया। विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य राम सिंह, शैलेंद्र शरन सिंपल के अलावा मधुसूदन, मंडलीय मंत्री सुरेश सिंह, केशव अग्निहोत्री, शैलेंद्र भदौरिया, दीपक चौधरी, दुर्गादत्त मिश्र, मयंक शुक्ल, दयाराम, अभिषेक श्रीवास्तव, वरुण गुप्त, वैभव सिंह, योगेंद्र, मयंक, रंजीत, राहुल मिश्र, चंपा शर्मा, रामशंकर प्रजापति समेत सैकड़ों शिक्षक-शिक्षिकाएं रहीं।