जागरण संवाददाता, उन्नाव : बेहतर माहौल के बीच पढ़ाई का दावा बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में खोखला दिख रहा है। क्योंकि, इंग्लिश मीडियम प्राइमरी स्कूलों की शिक्षा एक बार फिर चौपट दिख रही है। हर ब्लाक में खुले पांच-पांच स्कूल में इक्का-दुक्का ही संचालित हो सके हैं। विकास खंड वार नजर डाली जाए तो 85 स्कूलों में सिर्फ 25 स्कूल के बच्चों को शिक्षक पढ़ाएंगे, बाकी स्कूल शिक्षक विहीन है। शैक्षणिक सत्र 2018-19 के तहत स्कूलों में शिक्षण कार्य दो अप्रैल से 19 मई तक चला था। 50 दिन सर्व शिक्षा अभियान के तहत नए नामांकन में बीत गए। इसी बीच इंग्लिश मीडियम के लिए चयनित प्राइमरी स्कूलों में भी बच्चों के दाखिले हुए। हर ब्लाक में पांच स्कूल चयनित है। कुल 9087 बच्चों के दाखिले हुए हैं। इन्हें पढ़ाने के लिए शिक्षकों की कमी महकमा दूर नहीं कर सका। सिकंदरपुर कर्ण व सरोसी, बिछिया, नवाबगंज ब्लाक के सभी स्कूल संचालित हो सके। सुमेरपुर और हसनगंज में सिर्फ एक-एक स्कूल ही संचालित हो सकेंगे। फतेहपुर और बीघापुर ब्लाक में भी दो स्कूल संचालित हैं। अन्य ब्लाक के स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर नहीं हो सकी है। ऐसे में यह स्कूल बगैर शिक्षक ही खुलेंगे।
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