प्रमोशन के इंतजार में शिक्षक :
जनपद में प्रमोशन प्रक्रिया आठ साल से अटकी हुई है। बीते वर्ष मात्र 191 शिक्षकों को पदोन्नति का लाभ मिला था, जबकि एक हजार से अधिक शिक्षकों ने आवेदन किए थे। मामला हाईकोर्ट में लंबित है। वहीं जनपदीय स्थानांतरण भी कई सालों से नहीं हुए हैं, जिसे लेकर शिक्षकों में आक्रोश है। उनका कहना है कि दूसरे जिलों से आए शिक्षकों का मनचाहा विद्यालय मिल जाएगा, जबकि उनकी मांगों को सालों से दरकिनार किया जा रहा है।
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