तहसीलदार की फटकार से बेहोश हुई शिक्षा मित्र की मौत
बीएओ मीटिंग के दौरान तहसीलदार के फटकारने पर शिक्षा मित्र एसडीएम सभागार में बेहोश होकर गिर पड़ीं। अस्पताल में इलाज के दौरान शिक्षामित्र की मौत हो गई। शिक्षा मित्र संगठन ने तहसीलदार को मौत का दोषी बताया है।
भुता ब्लॉक के गांव भदपुरा के ओमप्रकाश की पत्नी मुन्नीदेवी (36) गांव के प्राइमरी स्कूल में शिक्षा मित्र के पद पर तैनात की गयी थी। बीतें दिनों समायोजन के बाद मुन्नी देवी को टिसुआ के प्राइमरी स्कूल में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात किया गया था। समायोजन रद्द होने के मुन्नी देवी डिप्रेशन में थी। कुछ दिन पहले तहसील प्रशासन ने जबरन बीएलओ का कार्यभार देकर मुन्नी देवी को मतदाता सूची के पुनरीक्षण कार्य में लगा दिया। बुधवार को एसडीएम सभागार में तहसीलदार आन्नद तिवारी ने बीएलओं के कार्य की समीक्षा करने के लिये बैठक बुलाई। तमाम बीएलओ के साथ मुन्नी देवी समीक्षा बैठक में पहुंची। उनके पति ओमप्रकाश ने बताया कि पुनरीक्षण कार्य ठीक होने के बाद तहसीलदार ने मुन्नी देवी को फटकारना शुरू कर दिया। मुन्नी देवी तहसीलदार की फटकार से सदमें में आकर सभागार में बेहोश होकर गिर पड़ी। साथी शिक्षा मित्रों ने तहसीलदार से एंबूलेंस बुलाकर मुन्नी देवी को अस्पताल भेजने की मांग की। लेकिन तहसीलदार ने मुन्नी देवी की ओर ध्यान दिये बगैर अन्य बीएलओ के कार्यो की समीक्षा करनी शुरू कर दी। आधा घंटे बेहोश पड़े रहने के बाद मुन्नी देवी को उनके पति ओमप्रकाश रिक्शे में फरीदपुर के टैगोर अस्पताल ले गए। जहां इलाज के दौरान मुन्नी देवी ने दम तोड़ दिया। मुन्नी देवी के एक तीन साल का बेटा और एक आठ साल का बेटा है।
शिक्षा मित्र संगठनों ने मौत की जिम्मेदार तहसीलदार को ठहराकर किया हंगामा
भुता के प्राईमरी स्कूल टिसुआ की शिक्षा मित्र मुन्नी देवी की मौत की सूचना मिलते ही संगठन के लोग भड़क उठे। उत्तर प्रदेश दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष अजीत यादव तमाम शिक्षा मित्रों के साथ उनके गांव भदपुरा पहुंचे। उन्होंने तहसीलदार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हंगामा किया। संगठन के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि समायोजन रद्द होने के बाद शिक्षा मित्र गरीवीं और बीमारी से जुझ रहे है। इसके बाद भी प्रशासन बीएलओं सहित कई अन्य अतिरिक्त काम लेकर शिक्षा मित्रों का शोषण करने में जुटा है। समीक्षा बैठक में तहसीलदार ने मुन्नी देवी को बगैर गलती के फटकारा। जिससे उन्हे हार्डअटैक हो गया। संगठन के लोगों ने तहसीलदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए आंदोलन की धमकी देकर हंगामा किया। उधर, तहसीलदार आन्नद तिवारी का कहना है कि मैंने किसी शिक्षा मित्र को समीक्षा के दौरान नहीं फटकारा। मुन्नी देवी को उल्टियां आने लगी थीं। मैंने अपने गिलास से पानी पिलाकर अस्पताल ले जाने को कहा। फटकारने का आरोप निराधार है।
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