704 सरप्लस शिक्षक होंगे समायोजित
परिषदीय विद्यालय :
दूसरे विद्यालयों में होगा स्थानांतरण शिक्षकों को देना होगा विकल्प
आरटीई मानक अनुसार 894 पद रिक्त, समायोजन के लिए आज होगी काउंसिलिंग
नगर क्षेत्र के कई विद्यालयों में बना हुआ है अध्यापकों का टोटा1
जागरण संवाददाता, वाराणसी: राइट-टू-एजुकेशन (आरटीई) अधिनियम के मानक अनुसार जनपद के कई परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की संख्या अधिक है। वहीं कई विद्यालयों में शिक्षकों की कमी बनी हुई है। समायोजन में विसंगति होने के चलते जनपद में 704 शिक्षक सरप्लस हैं। इसमें ग्रामीण क्षेत्र के विभिन्न ब्लाकों के विद्यालयों में 697 व नगर के स्कूलों में महज सात शिक्षक सरप्लस हैं। विभिन्न ब्लाकों में 864 पद भी रिक्त चल रहे हैं। इसे देखते हुए जनपद में सरप्लस शिक्षकों का स्थानांतरण दूसरे विद्यालयों में करने का निर्णय लिया गया है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जय सिंह ने बताया कि विभिन्न ब्लाकों के प्राथमिक में 533 व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 164 शिक्षक वर्तमान में सरप्लस हैं। वहीं प्राथमिक में 697 व उच्च प्राथमिक में 167 पद रिक्त भी हैं। रिक्त पदों पर समायोजन को ऐसे शिक्षक 24 को काउंसिलिंग के लिए बुलाए गए हैं। वरिष्ठता क्रम में जूनियर शिक्षकों से पहले विकल्प मांगे जाएंगे। जिस ब्लाक के शिक्षक हैं पहला प्रयास उसी में स्थानांतरण होगा। संबंधित ब्लाक में पद रिक्त न होने की स्थिति में दूसरे ब्लाकों के विद्यालय का विकल्प भरने का सुझाव दिया जाएगा। बताया कि काशी विद्यापीठ व हरहुआ ब्लाक में असंतुलन अधिक है। समायोजन से शिक्षकों की कमी दूर हो जाएगी। कहा कि शिक्षक भर्ती परीक्षा के तहत जनपद को 205 और शिक्षक मिलने वाले हैं। ऐसे में शिक्षकों की कमी जनपद में नहीं रहेगी।
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