महराजगंज : पूर्व माध्यमिक अनुदेशक कल्याण समिति ने जिले में अनुदेशकों के नवीनीकरण के नाम पर जबरिया थोपी जा रही पात्रता परीक्षण के विरोध में सोमवार को बीएसए कार्यालय पर प्रदर्शन किया। पात्रता परीक्षा को लेकर बीएसए व अनुदेशकों में बहस भी हुई। नाराज अनुदेशकों ने कार्यालय का घेराव कर दिया। घेराव की सूचना पर सीओ सदर व कोतवाल वहां पहुंचे तथा दोनो पक्ष को समझा बुझा कर मामले को शांत कराया। अनुदेशकों ने बीएसए कार्यालय पर नारेबाजी प्रारंभ कर दी जिस पर बीएसए ने समिति के पदाधिकारियों को वार्ता के लिए बुलाया। बीएसए की बात सुन पदाधिकारी आक्रोशित हो गए, उन्होंने कार्यालय गेट को घेर धरना प्रारंभ कर दिया। सूचना पर पहुंचे प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों ने दोनो पक्षों में वार्ता कराई। बीएसए द्वारा दोपहर तीन बजे स्थिति स्पष्ट किए जाने के आश्वासन के बाद अनुदेशक जिला मुख्यालय स्थित धरना स्थल पहुंच गए व धरना प्रारंभ कर दिया। धरने को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष राकेश पटेल ने कहा कि प्रदेश के अन्य जिलों में जून में ही नवीनीकरण की प्रक्रिया पूरी करा ली गई, जबकि यहां नवीनीकरण को लेकर विभाग ने शिथिलता दिखाई। जिलाध्यक्ष वरुण पटेल ने कहा कि नवीनीकरण को लेकर किसी प्रकार का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
समिति की संस्तुति पर होगा अनुदेशकों का नवीनीकरण :
अनुदेशकों द्वारा पात्रता परीक्षण को लेकर जताए गए विरोध के बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने नवीनीकरण संबंधी प्रक्रिया में थोड़ा बदलाव किया है। अब अनुदेशकों को पात्रता परीक्षण से तो नहीं गुजरना होगा, लेकिन प्रशासन द्वारा गठित समिति द्वारा ब्लाक स्तर पर अनुदेशकों के कार्य व व्यवहार की स्थिति का पता लगा जाएगा। इसके बाद उनके नवीनीकरण पर मुहर लगाई जाएगी। जिले के पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में कुल 352 अनुदेशक तैनात हैं। नवीनीकरण कराने को लेकर अनुदेशकों की मांग को देखते हुए जिला प्रशासन के निर्देश पर बेसिक शिक्षा विभाग ने 28 व 29 अगस्त को तिथि निर्धारित कर छह-छह ब्लाकों के अनुदेशकों को पात्रता परीक्षण के लिए बुलाया था। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जगदीश प्रसाद शुक्ल ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा गठित समिति अनुदेशकों के कार्य व व्यवहार की जांच करेगी तथा अपनी रिपोर्ट देगी। समिति के रिपोर्ट के मुताबिक अनुदेशकों का नवीनीकरण कराया जाएगा।
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