DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Thursday, August 30, 2018

शाहजहांपुर : नन्हे पंखों से नौनिहाल भर रहे ऊँची उड़ान, प्रधानाध्यापक राज्य स्तर पर हो चुके पुरस्कृत, स्कूल टीम को जिला स्तर पर मिला सम्मान

नन्हे पंखों से नौनिहाल भर रहे ऊंची उड़ान

प्रधानाध्यापक अभिषेक दीक्षित राज्य स्तर पर हो चुके पुरस्कृत, स्कूल टीम को जिला स्तर पर भी मिला सम्मान

शाहजहांपुर : भावलखेड़ा ब्लाक का जमालपुर प्राथमिक विद्यालय कान्वेंट स्कूल को मात दे रहा है। प्रति सप्ताह बाघा बार्डर की तर्ज पर सलामी के साथ हाउस के ध्वज परिवर्तन, प्रार्थना में समाचार वाचन और स्वच्छता प्रबंधन को देखने के लिए आमजन ही नहीं अधिकारी भी यहां आते हैं। शैक्षिक गुणवत्ता भी इतनी गजब है कि कक्षा एक के बच्चे भी फर्राटे से अंग्रेजी बोलते हैं। शिष्टाचार, संस्कार बच्चों की पहचान है। काकोरी कांड के नायक अमर शहीद रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां, ठाकुर रोशन सिंह तथा 1857 की स्वतंत्र क्रांति के शहीद मौलवी अहमद उल्ला शाह के नाम की स्मृति वाटिका तथा विद्यालय का टीएलएम से सुसज्जित परिवेश विद्यालय को खास बनाता है।1दूनी हुई छात्र संख्या, आकर्षक बना परिवेश: दो साल पूर्व तक यह विद्यालय जर्जर था। यहां छात्र संख्या 120 थी, छात्रों की उपस्थिति आधे से भी कम थी। अभिषेक दीक्षित के प्रधानाचार्य तथा डॉन एंड डोना के उप प्रधानाचार्य रहे मयंक भूषण पांडेय के कार्यभार ग्रहण करने के बाद जमालपुर जिले का सबसे सुंदर, आकर्षक व मॉडल विद्यालय बन गया। शिक्षकों ने दो माह का वेतन दिया। ग्राम प्रधान रमेश चंद्र भी विद्यालय मरम्मत को आगे आए। दीवारें आकर्षक पेंट व टीएलएम से सुसज्जित हो गई। रुचिकर शिक्षा से माहौल बदला। नतीजतन छात्र संख्या 120 से 206 पर पहुंच गई। तीन दर्जन निजी विद्यालयों के बच्चों ने इस विद्यालय में प्रवेश ले लिया।

शाहजहांपुर : भावलखेड़ा ब्लाक का जमालपुर प्राथमिक विद्यालय कान्वेंट स्कूल को मात दे रहा है। प्रति सप्ताह बाघा बार्डर की तर्ज पर सलामी के साथ हाउस के ध्वज परिवर्तन, प्रार्थना में समाचार वाचन और स्वच्छता प्रबंधन को देखने के लिए आमजन ही नहीं अधिकारी भी यहां आते हैं। शैक्षिक गुणवत्ता भी इतनी गजब है कि कक्षा एक के बच्चे भी फर्राटे से अंग्रेजी बोलते हैं। शिष्टाचार, संस्कार बच्चों की पहचान है। काकोरी कांड के नायक अमर शहीद रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां, ठाकुर रोशन सिंह तथा 1857 की स्वतंत्र क्रांति के शहीद मौलवी अहमद उल्ला शाह के नाम की स्मृति वाटिका तथा विद्यालय का टीएलएम से सुसज्जित परिवेश विद्यालय को खास बनाता है।

दूनी हुई छात्र संख्या, आकर्षक बना परिवेश: दो साल पूर्व तक यह विद्यालय जर्जर था। यहां छात्र संख्या 120 थी, छात्रों की उपस्थिति आधे से भी कम थी। अभिषेक दीक्षित के प्रधानाचार्य तथा डॉन एंड डोना के उप प्रधानाचार्य रहे मयंक भूषण पांडेय के कार्यभार ग्रहण करने के बाद जमालपुर जिले का सबसे सुंदर, आकर्षक व मॉडल विद्यालय बन गया। शिक्षकों ने दो माह का वेतन दिया। ग्राम प्रधान रमेश चंद्र भी विद्यालय मरम्मत को आगे आए। दीवारें आकर्षक पेंट व टीएलएम से सुसज्जित हो गई। रुचिकर शिक्षा से माहौल बदला। नतीजतन छात्र संख्या 120 से 206 पर पहुंच गई। तीन दर्जन निजी विद्यालयों के बच्चों ने इस विद्यालय में प्रवेश ले लिया।

प्राथमिक विद्यालय जमालपुर स्कूल के बच्चों क्लास पढ़ाते शिक्षक व प्राथमिक विद्यालय जमालपुर के बच्चे ’ जागरणप्राथमिक विद्यालय जमालपुर के स्कूल की लाईब्रेरी में पढते बच्चे ’ जागरणविद्यालय की खास उपलब्धियां

’>>प्रधानाध्यापक राज्यस्तर पर तथा सहायक अध्यापक मयंक भूषण पांडेय जिला स्तर पर उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान से अलंकृत

’>>प्रतिभाखोज परीक्षा में विद्यालय के बच्चों को पांचवां व सातवां स्थान

’>>बच्चों की प्रबंधन समिति से मिडडेमील संचालन, पर्यावरण संरक्षण

’>>कक्षा में आने-जाने पर आउट व इन पास की व्यवस्था

’>>बच्चों के घर पर जाकर शिक्षकों द्वारा उनके अध्ययन व पुस्तक रखरखाव का पर्यवेक्षण

’>>ड्रेस के साथ आई कार्ड, टाई-बेल्ट के साथ हाउस में बच्चों को विभाजित कर प्रतिस्पर्धा कराना

’>>कान्वेंट की तरह ¨प्रसिपल, एडमिनिस्ट्रेटर, असेंबली कोआर्डिनेटर, स्पोट्र्स इंचार्ज व प्रॉक्टर नाम का दीवार पर प्रदर्शन

’>>मध्यावकाश में पुस्तकालय में बच्चों के अध्ययन, प्रत्येक शनिवार हाउस का ध्वज परिवर्तनबेसिक विद्यालय के बदलाव पर समाजसेवी प्रभावित हुए। उन्होंने फ्रिज, कुर्सी मेज, आरओ वाटर सिस्टम, कमोडयुक्त शौचालय में मदद की। नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना, तत्कालीन डीएम नरेंद्र सिंह, बीएसए राकेश कुमार ने शिक्षकों को पुरस्कृत किया। नवाचार के लिए प्रधानाध्यापक अभिषेक दीक्षित राज्यस्तर पर पुरस्कृत हुए।कक्षा में कुर्सी मेज, रसोई में फ्रिज और पुरस्कार

No comments:
Write comments