बच्चों की पढ़ाई से देशप्रेम के रंग में डूब रहे ग्रामीण
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : यूं तो गुरुजी की स्कूलों में नियुक्ति ही इसलिए होती है कि वह देश के भविष्य की नींव मजबूती से तैयार करें। पढ़ाई के साथ वह बच्चों को समाज सेवा, देशभक्ति व अन्य गतिविधियों में पारंगत करें पर वह बच्चों के माध्यम से यदि पूरे गांव में देशप्रेम का जज्बा पैदा कर दें तो बात खास हो जाती है। अमौली ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय बाबूपुर में भी कुछ ऐसा ही हो रहा है। रोजाना सुबह लाउडस्पीकर से जैसे ही राष्ट्रगान बजता है, ग्रामीण जहां के तहां सावधान मुद्रा में खड़े हो जाते हैं।
रंगरोगन से सजे इस विद्यालय के सामने से गुजरते ही बरबस नजर वहीं पर जाकर रुक जाती है।
सुबह प्रार्थना के बाद सर्वे भवंतु सुखिन: सर्वे सन्तु निरामया: से लोक कल्याण की कामना की जाती है सारे जहां से अच्छा हंिदूोस्तां हमारा.., जहां डाल डाल पर सोने की चिड़ियां करती हैं बसेरा.., मेरा रंग दे बसंती चोला.. जैसे गीतों की धुन से इसे बच्चों के दिल एवं मानस पटल पर उतारा जा रहा है। 1फक्र से सिर ऊंचा कर रहा विद्यालय : अमौली के खंड शिक्षाधिकारी पुष्पराज सिंह कहते हैं कि प्रधानाध्यापक सर्वेश अवस्थी, सहायक अध्यापक रविकांत गुप्ता में कुछ अलग कर गुजरने की तमन्ना है।
वह शिक्षक चंद्रपाल के जज्बे को सलाम करते हैं, जो सेवानिवृत्ति के बाद भी योगदान दे रहे हैं। बोले, प्रार्थना सभा में यूं तो रोज पहुंचना संभव नहीं है लेकिन उपस्थित होने का मन करता रहता है।
रंग रोगन कर सजाया गया प्राथमिक विद्यालय बाबूपुर ’ जागरणप्राथमिक विद्यालय बाबूपुर में आयोजित प्रार्थना सभा में प्रतिभाग करते बच्चे ’ जागरणप्राथमिक विद्यालय बाबूपुर में पढ़ाई के साथ ही अन्य गतिविधियां कराकर बच्चों को निखारने के साथ ही ग्रामीणों में भी देशप्रेम का जज्बा भरा जा रहा है। स्कूल में तैनात स्टाफ विभाग का गौरव है। इसके लिए प्रधानाध्यापक एवं सहायक अध्यापक को सम्मानित भी किया जाएगा। -शिवेंद्र प्रताप सिंह, बीएसए’
>>अमौली के प्राथमिक विद्यालय बाबूपुर में लाउडस्पीकर से होता राष्ट्रगान
>>राष्ट्रगान बजते ही जहां के तहां सावधान मुद्रा में खड़े हो जाते हैं ग्रामीण
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