अगस्त से शुरू होनी थी पढ़ाई, अब तक शिक्षकों का चयन नहीं• एनबीटी, लखनऊ: राजकीय स्कूलों में कक्षा 9 के स्टूडेंट्स की फॉरेन लैंग्वेज पढ़ने की उम्मीदें टूटती दिख रही हैं। अब तक विभाग विदेशी भाषाएं पढ़ाने के लिए संविदा शिक्षकों का चयन ही नहीं कर सका है। ऐसे में 400 से ज्यादा स्टूडेंट विदेशी भाषा नहीं पढ़ पाएंगे। शैक्षिक सत्र 2018-19 के लिए उप्र माध्यमिक शिक्षा अभियान (आरएमएसए) की ओर से शैक्षिक रूप से पिछड़े विकास खंडों के राजकीय विद्यालयों में कक्षा 9 व 10 में फ्रेंच, जापानी, स्पेनिश और जर्मन भाषाएं पढ़ाने का प्रावधान किया गया। राजधानी में विदेशी भाषा पढ़ाने के लिए आठ राजकीय विद्यालयों का चयन किया गया। प्रत्येक विद्यालय में कक्षा 9 में दो-दो भाषाओं में 25-25 छात्र-छात्राओं ने दाखिले भी ले लिए। लेकिन एक महीने बाद भी इनकी पढ़ाई नहीं शुरू हो सकी है।
कमेटी को करना है शिक्षकों का चयन: विदेशी भाषाएं पढ़ाने के लिए संविदा पर शिक्षकों के चयन के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कमिटी गठित की गई थी। जिसमें डीआईओएस भी शामिल हैं। अब तक शिक्षकों का चयन नहीं किया जा सका है।
राजकीय स्कूलों में फंसी फॉरेन लेंग्वेज की पढ़ाई
विदेशी भाषा पढ़ने के लिए चयनित स्टूडेंट्स की सूची आरएमएसए निदेशालय को भेजी गई है। वहां से अभी शिक्षकों के चयन संबधी कोई निर्देश नहीं आए हैं। -डॉ. मुकेश कुमार सिंह, डीआईओएस
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