नियुक्ति पत्र ने दिलाई सपनों को मंजिल
677 महिला व दिव्यांगों को बांटे गए नियुक्ति पत्र, 13 काउंटर बनाकर कराया गया वितरण
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : प्रशिक्षु बनकर बेरोजगारी का तमगा लिए घूम रह युवक- युवतियों के चेहरे में मुस्कान उस वक्त बढ़ गई जब हाथों में नियुक्ति पत्र आया। मन ही मन अध्यापकों ने ईश्वर को धन्यवाद दिया तो परिजनों की जुबान से निकल आया कि बिटिया की पढ़ाई लिखाई काम आ गई। राजकीय इंटर कॉलेज के कैंपस में सुबह पहर से नियुक्ति पत्र पाने के लिए मेले जैसा माहौल रहा।
लिखित परीक्षाफल के बाद गुरुजन बनने का रास्ता साफ हो गया था, असली खुशी तो तब दिखी जब शुक्रवार को हाथों में विद्यालय का नाम लिखा हुआ नियुक्ति पत्र मिला। चेहरे की रंगत व मन के भाव ऐसे बदले कि खुशी खुद ब खुद झलक आई। तपाक से मोबाइल में परिजनों को नियुक्ति पत्र मिलने की बात बताई और जिला अस्पताल जाकर मेडिकल बनाने की बात बताई। चयन समिति के दिशा निर्देश पर खंड शिक्षाधिकारी मुख्यालय राकेश सचान सुबह पहर से नियुक्ति पत्र वितरण की तैयारी में व्यस्त दिखे। सुबह 10 बजे वितरण की घोषणा के बजाए वितरण का काम दोपहर 12 बजे शुरू हो पाया। डेढ़ घंटे के समयावधि में जिले के 677 महिला एवं दिव्यांगों को 13 काउंटरों से नियुक्ति पत्र वितरित किए गए। बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि शनिवार को पुरुष सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए जाएंगे। सभी ब्लाकों में सोमवार से नए शिक्षक-शिक्षिकाएं ज्वाइन करेंगे।
मेडिकल के लिए भीड़, अवकाश निरस्त: नव नियुक्त शिक्षक-शिक्षिकाओं को मेडिकल बनाए जाने के लिए अतिरिक्त स्टाफ की नियुक्ति की। दिनभर में 787 मेडिकल बनाने का काम हुआ। कार्यवाहक सीएमएस विवेक निगम ने बताया कि शनिवार को माह का द्वितीय शनिवार है। इस दिन अवकाश रहता है लेकिन नव नियुक्त शिक्षकों के मेडिकल बनाए जाने के काम को देखते हुए संबंधित स्टाफ का अवकाश निरस्त कर दिया गया है। शनिवार को शुक्रवार की तरह ही मेडिकल प्रमाण पत्र बनाए जाएंगे।
मास्साब का नाम सही, पिता का नाम गलत : नियुक्ति पत्र हाथ में आने के बाद खुशी से लबरेज शिक्षिकाओं के खुशी का ठिकाना नहीं रहा। लेकिन पिता और पति का नाम गलत देखते ही परेशान हो उठी। गेट पर लगे सुरक्षा कर्मियों से अनुमति लेकर प्रशासनिक कक्ष में दाखिल होकर हड़बड़ी में गड़बड़ हो जाने की दिक्कत बताई। वितरण व्यवस्था देख रहे खंड शिक्षाधिकारी मुख्यालय राकेश सचान ने समस्या सुनकर समझाया कि जल्दबाजी के चक्कर में गलती हो गई है। इसे सुधार दिया जाएगा। इससे पहले वह इसी नियुक्ति पत्र के आधार पर विद्यालय जाकर ज्वाइन करें। 1तीनों ब्लाक की सभी सीटें भरीं : प्राथमिक विद्यालयों की भर्ती प्रक्रिया में महिला एवं दिव्यागों के स्कूल आवंटन पर गौर करें तो जिले के 13 ब्लाकों में देवमई, मलवां और तेलियानी में अब कोई भी शिक्षक का पद रिक्त नहीं बचा है। वितरण के बाद हुई पड़ताल में यह उजागर हो चुका है। पुरुषों के रोस्टर से विद्यालय आवंटन की प्रक्रिया में अब बचे 7 ब्लाकों में ही 1004 शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी
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