मूल जनपद नहीं जा पाएंगे नए गुरू जी
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : प्राथमिक विद्यालयों में तैनाती पाए शिक्षकों की मूल जनपद में जाने की मंशा साकार नहीं हो पाएगी। केंद्र द्वारा जिले को पिछड़े जनपद की सूची में डाल दिए जाने के बाद शासन ने स्थानांतरण के लिए रोक लगा रखी है। कुल मिलाकर जब तक बड़ा बदलाव नहीं होता है तब तक जिले में तैनाती पाने वाले 1683 शिक्षक-शिक्षिकाओं को यहीं पर दायित्व निर्वहन करना पड़ेगा।
प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए शासन ने 41,556 सहायक अध्यापकों की भर्ती की है। इस भर्ती प्रक्रिया में जिले को 1683 प्राथमिक विद्यालयों के सहायक अध्यापक मिले हैं। जनपद में नौकरी की पारी की शुरुआत करने के बाद अधिकांश शिक्षक-शिक्षिकाएं जोड़ जुगाड़ लगाकर मूल जनपदों में चले जाते रहे हैं। हाल ही में चालू सत्र में 412 शिक्षक-शिक्षिकाओं ने तबादले के लिए आवेदन किया था। सूची जारी होने के बाद पिछड़ जनपद में लागू की स्थानांतरण न होने की प्रक्रिया से यह तबादले निरस्त कर दिए गए थे। बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि बेसिक शिक्षा से कोई भी स्थानांतरण नहीं होगा। इसका लाभ तभी मिल सकता है। 1माध्यमिक में स्थानांतरण आदेश कराए गए थे जमा: माध्यमिक शिक्षा में चालू सत्र में स्थानांतरण की पक्रिया में राजकीय इंटर कॉलेज की 12 शिक्षक-शिक्षिकाएं स्थानांतरण का लाभ पा गए। बंथरा राजकीय एक शिक्षिका ने तो गैर जनपद में ज्वाइन भी कर लिया। इसके बाद उसे लागू की गई योजना और भविष्य में आने वाली दुश्वारियों को बताया गया। जिसके चलते उसने दोबारा यहां पर ज्वाइन कर लिया है। डीआइओएस महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि पिछड़े जनपद से शिक्षक-शिक्षिकाओं के स्थानांतरण पर रोक लग गई है।
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