अधूरी व्यवस्था के बीच : सत्र परीक्षाओं का आगाज
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : मंगलवार से 1903 एवं 747 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सत्र परीक्षाओं का दौर शुरू हो गया। तमाम स्कूलों के बच्चों को उत्तर पुस्तिकाएं नसीब नहीं हो पाई तो अधकचरे ज्ञान के बल पर 2,32,739 छात्र-छात्रएं परीक्षा में शामिल हुए।
सुबह पॉली में हंिदूी और द्वितीय पॉली में संस्कृत की परीक्षा तय थी। कक्षा एक में मौखिक तो 2 से आठ तक लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया है। सुबह पहर से बच्चे घरों से सत्र परीक्षा देने के लिए तैयार होकर निकले। सत्र परीक्षा को लेकर प्रशासनिक तैयारियां शून्य दिखी। बच्चे खुद की कॉपियों के पन्ने निकालकर परीक्षा देते हुए नजर आए। बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि प्रथम सत्र परीक्षा का आयोजन किया गया है। यह परीक्षा एक तरह का टेस्ट होता है कि बच्चों ने क्या पढ़ा है और क्या पाया है। जिसका मूल्यांकन कराया जाता है। मूल्यांकन के बाद कमजोर विषयों में बच्चों को तैयारी करवाई जाती है। इसके बाद बच्चों का मूल्याकंन कर उनको अंक दिए जाते हैं। 1संपर्क में जुटें संगठन के पदाधिकारी
खागा : 23 सितंबर को लखनऊ में प्रस्तावित दर्जी छीपा नामदेव समाज के प्रतिनिधि सम्मेलन में क्षेत्र से अधिकाधिक लोगों को ले जाने के लिए पदाधिकारी गांव-गांव संपर्क में जुटे हळ्ए हैं। जिलाध्यक्ष केशलाल नामदेव ने बताया कि जिले के साथ ही गैर जनपदों से भी बड़ी संख्या में लोग सम्मेलन में पहुंचेंगे।
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