DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Thursday, September 27, 2018

फतेहपुर : पढ़ने के साथ अब पढ़ाने का जिम्मा, माता-पिता और पड़ोसी को बच्चे बनाएंगे साक्षर, मां समूह की निरक्षर महिला को साक्षर करना गुरुजी की जिम्मेदारी

पढ़ने के साथ अब पढ़ाने का जिम्मा

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : बंद हो चुकी साक्षरता योजना को अब दूसरे तरीके से क्रियान्वित किया जाएगा। इसके लिए शासन ने नई नवेली योजना लागू कर दी है। बेसिक शिक्षा के सरकारी और मान्यता प्राप्त स्कूलों में पंजीकृत छात्र-छात्रओं को पढ़ने के साथ पढ़ाने का जिम्मा दिया गया है।

देश में बचे निरक्षरता के कलंक के दाग को मिटाने के लिए अब परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले खेवनहार बनेंगे। निदेशक बेसिक शिक्षा सर्वेंदु विक्रम सिंह ने आदेश जारी किया है जिसमें कहा गया है कि छात्र-छात्रएं शिक्षक की भूमिका में दिखेंगे। इन बच्चों को नई जिम्मेदारी के तहत माता-पिता एवं आस पड़ोस के किसी व्यक्ति को साक्षर बनाना है। निरक्षर व्यक्ति को साक्षर बनाने के क्रम में यह सूचना प्रधानाध्यापक को देनी होगी। इसके बाद साक्षर बनाने के प्रयास में मिली सफलता का पूरा लेखा जोखा प्रधानाध्यापक के पास जमा करना होगा। प्रधानाध्यापक इस नव साक्षर की जांच करेंगे और अपनी रिपोर्ट तैयार करेंगे। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शिवेंद्र प्रताप सिंह कहते हैं कि नए आदेश के क्रियान्वयन के लिए सभी खंड शिक्षाधिकारियों को आदेश दिया गया है। आदेश के अनुपालन में रोचक तरीके से क्रियान्वयन कराकर साक्षरता की दर को बढ़ाया जाएगा।

मां समूह की निरक्षर को पढ़ाएंगे गुरुजी : मां समूह में यूं तो साक्षर महिलाओं को सदस्य बनाने के लिए आदेश जारी किया गया है। इस आदेश के अनुपालन में अगर मानकों को पूरा करने में निरक्षर महिला को सदस्य बनाए जाने पर उस महिला को साक्षर बनाने का जिम्मा प्रधानाध्यापक के सिर रखा गया है। तीन माह के अंदर इस महिला सदस्य को निरक्षरता के कलंक से उबारेंगे।

No comments:
Write comments