अब कम प्रश्न, अधिक अंक
नहीं लिखनी होगी गाथा, शब्दों की सीमा तय
हंिदूी और भूगोल में खंड सिस्टम रखा गया है। हंिदूी में 46 अंक के प्रश्न खंड-क में होंगे, वहीं 54 अंक के खंड-ख में होंगे। कुल 15 प्रश्नों में अधिकतम अंक 10 नंबर होगा। ऐसा ही पेपर भूगोल का भी होगा। इसमें 26 प्रश्न होंगे। प्रश्नों की शब्द-सीमा तय कर दी गई है। छात्रों को अतिलघुउत्तरीय प्रश्न 20 शब्द में, लघु उत्तरीय प्रश्न 100 शब्द में व विस्तृत उत्तरीय प्रश्न के उत्तर अधिकतम 300 शब्दों में लिखने होंगे।
कई विषयों से खंड सिस्टम खत्म, हल कर सकेंगे अधिक प्रश्न
12वीं में पहले विज्ञान वर्ग के सभी प्रमुख विषयों में खंड सिस्टम होता था। इसमें यदि किसी खंड में छात्र को दो प्रश्न आते थे और एक प्रश्न नहीं आता था तो उस पूरे खंड को छोड़ देता था। वहीं इस बार भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान जीव, विज्ञान में खंड सिस्टम खत्म कर दिया गया। अब इनमें छात्रों को प्रश्न के नीचे ही अथवा कर दूसरा प्रश्न दिया होगा। इसमें से कोई प्रश्न कर छात्र हल कर सकेंगे। उन्हें पूरा खंड नहीं छोड़ना होगा। ऐसे में छात्र अधिक प्रश्न कर अंक अर्जित कर सकेंगे।
12वीं यूपी बोर्ड परीक्षा के 40 विषयों के मॉडल पेपर जारी
संदीप पांडेय’ लखनऊ: इस बार यूपी बोर्ड परीक्षा प्रश्न पत्र का पैटर्न बदल गया है। माध्यमिक शिक्षा परिषद ने कई विषयों में ‘खंड’ सिस्टम को खत्म कर दिया है। वहीं प्रश्नों की लंबी श्रंखला को छांटकर अंकों का ग्राफ बढ़ा दिया है। परिषद ने परीक्षा प्रश्न पत्र का मॉडल पेपर जारी कर दिया है।
सरकार ने पहली बार माध्यमिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू किया है। ऐसे में सीबीएसई बोर्ड की तर्ज पर बढ़ रहे यूपी बोर्ड की परीक्षा प्रणाली में भी बदलाव जारी है। पूर्व से कम दिनों में परीक्षा कराने के साथ-साथ अब माध्यमिक शिक्षा परिषद ने पेपर के पैटर्न में भी फेरबदल किया है। परिषद की सचिव नीना श्रीवास्तव ने इंटर के विज्ञान व कला वर्ग के 40 प्रमुख विषयों के मॉडल पेपर जिलों को जारी कर दिए हैं। वहीं हाईस्कूल के दो विषयों के ही मॉडल पेपर अभी भेजे गए हैं। गुरुवार को संयुक्त निदेशक, डीआइओएस को मेल के जरिए मिले मॉडल पेपर को स्कूलों में जल्द भेजने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि शिक्षक छात्रों को बोर्ड परीक्षा की तैयारी करा सकें। मंडलीय विज्ञान प्रगति अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार ने बताया कि पेपर में कम प्रश्न और अधिक अंक होने से छात्रों को मनोवैज्ञानिक लाभ मिलेगा। उनका आत्मबल बढ़ेगा। ऐसे में सीबीएसई की तर्ज पर सर्वोच्च अंकों की श्रेणी में यूपी बोर्ड के छात्रों की संख्या भी बढ़ेगी।
12वीं में रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, गणित समेत अधिकतर विषयों में अभी तक प्रथम, द्वितीय प्रश्न पत्र होते थे। इनमें प्रथम, द्वितीय पेपर लिखकर आता था। अब संबंधित विषय के बाद ‘केवल प्रश्न’ पत्र ही लिखा होगा। इसी में पूरे कोर्स से संबंधित प्रश्न होंगे।विज्ञान में तीन अंकों से बढ़कर पांच के हुए प्रश्न 1भले ही इस बार प्रथम, द्वितीय पेपर की जगह एक ही पेपर होगा। मगर छात्रों पर इसका अधिक प्रश्नों का दबाव नहीं होगा। छात्रों को प्रमुख विषय जैसे जीवविज्ञान में सिर्फ नौ प्रश्न, रसायन विज्ञान में सात प्रश्न व भौतिक विज्ञान में नौ प्रश्न ही हल करने होंगे। वहीं जहां पिछली बार सिर्फ रसायन विज्ञान के प्रथम व द्वितीय पेपर में दस-दस प्रश्न होते थे, साथ ही इसमें अधिकतम प्रश्न तीन नंबर का था। मगर इस बार पेपर में प्रश्न की संख्या कम कर पांच-पांच अंक के चार प्रश्न होंगे। इन प्रश्नों से 20 अंक हासिल कर सकते हैं।अब ‘केवल प्रश्नपत्र’ में पूरा सार
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