शैक्षिक प्रमाण पत्रों के सत्यापन की राह टेढ़ी
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : 12 हजार शिक्षक भर्ती के नव नियुक्त शिक्षक-शिक्षिकाओं के वेतन पाने की राह आसान नहीं है। उनके द्वारा जमा किए गए मूल अभिलेखों के सत्यापन की पत्रवली विश्व विद्यालयों को भेजी जा चुकी है। जिसमें एक अड़चन यह है कि सत्यापन शुल्क ही नहीं जमा हो पाया है। सत्यापन शुल्क की जानकारी के अभाव में अभी यह पत्रवलियां लौटेंगी एवं शुल्क अदा करने के बाद ही काम पूरा हो पाएगा।
जिले में इस भर्ती के चलते 208 शिक्षक-शिक्षिकाओं ने नौकरी पाई थी। स्नातक और परास्नातक विभिन्न बोर्ड एवं विश्व विद्यालयों से नव नियुक्त शिक्षकों ने किया था। नौकरी पाने के लिए इन शिक्षक-शिक्षिकाओं ने मूल अभिलेख बीएसए दफ्तर में जमा कर रखे हैं। जिनका सत्यापन होगा और सत्यापन रिपोर्ट आने के बाद ही इनको वेतन मिल सकेगा। चार माह से यह शिक्षक-शिक्षिकाएं दायित्व निर्वहन कर रहे हैं लेकिन अभी तक वेतन के दर्शन नहीं हो पाए हैं। बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि मूल अभिलेखों के सत्यापन के लिए पत्रवली भेजी गई है। कुछ के शुल्क का आरटीजीएस कराया गया है। अन्य कई बोर्ड, विश्व विद्यालयों का शुल्क नहीं पता है। जैसे ही जानकारी दी जाएगी, शुल्क की भरपाई करते हुए भेजा जाएगा।
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