दिव्यांगता को देंगे मात, जब बच्चे बनेंगे खास
पूरे होंगे सपने
संसू, गोंडा : दिव्यांगता का दंश ङोल रहे जिले के बच्चों के सपनों को जल्द ही पंख लग जाएंगे। वह भी सामान्य बच्चों की तरह ही पढ़ाई लिखाई करके अपनी जिंदगी संवारने में सक्षम बन सकेंगे। शहर के कंपोजिट विद्यालय महाराजगंज में एक्सीलेरेटेड लर्निंग कैंप में 52 बच्चे प्रशिक्षित हो रहे हैं। इन्हें पढ़ाई के लिए जरूरी उपकरण व किताबें दी गयी हैं। आगामी सत्र में इनके नजदीक के परिषदीय स्कूल में दाखिला कराया जाएगा, जहां अन्य नौनिहालों की तरह ये बच्चे में शिक्षा हासिल करेंगे। समग्र शिक्षा अभियान के समेकित शिक्षा की ओर से कैंप आयोजित किया गया है। यह 31 मार्च तक चलेगा। दिव्यांग बच्चों को प्रशिक्षित करने के लिए उनको घरों से बुलाया गया है, कई अभिभावक तैयार नहीं थे। उन्हें प्रेरित किया गया है। अब ये बच्चे प्रशिक्षित हो रहे हैं। आठ महीने इनको सिखाया, पढ़ाया जाएगा। समेकित शिक्षा के तहत तैनात टीचर इनकी देखभाल करते हैं। दृष्टि बाधित बच्चों को ब्रेल बुक, ब्रेल स्लेट, ट्रेलर फ्रेम, स्टाइलस व छड़ी आदि दिया गया है। वहीं, श्रवण बाधित बच्चों को सुनने वाली मशीन दी गयी है। जिला समन्वयक (समेकित शिक्षा) राजेश सिंह ने बताया कि 60 दिव्यांग बच्चों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य मिला है। जिनमें बच्चे प्रशिक्षण ले रहे हैं।
ये मिलती हैं सुविधाएं
>>कैंप पूरी तरह आवासीय है जहां, बच्चे रहकर प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
>>उनको भोजन के साथ ही पहनने के लिए कपड़ा भी मिलता है।
>>विभिन्न विषयों के लिए अलग-अलग अध्यापक हैं।
>>बच्चों से मिलने आने वाले अभिभावकों के लिए भी व्यवस्था है।
>>किसी बच्चे के बीमार होने पर इलाज की व्यवस्था है।
>>मनोरंजन के लिए एलसीडी लगाई गई है।
>>बच्चों के खेलकूद के लिए संसाधन हैं।
>>52 श्रवण, वाणी व दृष्टिबाधित बच्चे प्राप्त कर रहे प्रशिक्षण
>>शिक्षा सत्र 2019-20 में परिषदीय स्कूलों में दिलाया जाएगा दाखिला
No comments:
Write comments