■ एनसीईआरटी किताबों को ज्यादा स्कूलों तक पहुंचाने की कोशिश
■ नए शैक्षणिक सत्र में करीब दस करोड़ एनसीईआरटी किताबों को छापने का लक्ष्य
■ पिछले साल करीब छह करोड़ किताबों की हुई थी छपाई
नई दिल्ली : महंगी किताबों से राहत दिलाने के लिए सरकार ने ज्यादा से ज्यादा स्कूलों तक एनसीईआरटी (राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद) की सस्ती किताबों को पहुंचाने की की है। अगले शैक्षणिक सत्र से पहले एनसीईआरटी की दस करोड़ किताबें छापने का लक्ष्य रखा गया है।
सरकार ने अपने इस अभियान के तहत पिछले साल करीब छह करोड़ एनसीईआरटी की किताबों का प्रकाशन किया था। जो पिछले साल के मुकाबले करीब तीन गुना अधिक थी। अभी भी निजी स्कूलों में निजी प्रकाशकों की महंगी किताबों को पढ़ाया जाना एक बड़ा मुद्दा है। जिसका बोझ अभिभावकों को उठाना पड़ता है। ऐसे में सरकार ने अपना लक्ष्य बढ़ाया है। इसका एक राजनीतिक पहलू भी है।
अगले साल नया शैक्षणिक सत्र शुरू होने के समय सरकार भी चुनाव के मैदान में होगी। ऐसे में यह कोई मुद्दा न बन सके, इसलिए सरकार ने इस अभियान को पूरी ताकत के साथ आगे भी जारी रखने की घोषणा की है।
■ नए शैक्षणिक सत्र में करीब दस करोड़ एनसीईआरटी किताबों को छापने का लक्ष्यशुरू,
■ पिछले साल करीब छह करोड़ किताबों की हुई थी छपाई
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