फाइलों में खो गई विज्ञान किट की व्यवस्था
जागरण विशेष
उच्च प्राथमिक विद्यालयों में नहीं खरीदी जा सकीं लाखों की किट
2016-17
शैक्षिक सत्र में शुरू की गई योजना हुई लापरवाही का शिकार
जासं, हरदोई: परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों की विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाने और उन्हें प्रायोगिक विधि से जानकारी देने के लिए विज्ञान किट की व्यवस्था फाइलों में खो गई है। हालत यह है कि कागजों में विज्ञान किटें खो गई हैं और बच्चे हवा में प्रयोग कर रहे हैं। ऐसा कब तक होगा, जिम्मेदारों को इसकी जानकारी नहीं है।
परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को रुचिकर और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए तमाम संसाधन उपलब्ध कराए जाते हैं। इसी व्यवस्था की कड़ी में बच्चों को प्रयोग द्वारा विज्ञान की शिक्षा देने के लिए शैक्षिक सत्र 2016-17 में उच्च प्राथमिक विद्यालयों में विज्ञान किट खरीदने के लिए धनराशि जारी की गई थी। बीएसए कार्यालय के अनुसार पुराने 1014 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में प्रति विद्यालय आठ हजार रुपये के हिसाब से धनराशि विद्यालय प्रबंध समिति के खातों में भेजी गई थी। विभागीय जानकारों के अनुसार धनराशि खातों में भेज दी गई, साथ ही किट खरीदने के लिए फर्म निर्धारित कर दी गईं थीं। उन दिनों न कमीशन तय हो पाया और न बात बन सकी। धीरे-धीरे शैक्षिक सत्र बीत गया और किट नहीं खरीदी जा सकी। अब यह धनराशि खातों में ही पड़ी रह गई है। विद्यालयों में किट न खरीदे जाने से करोड़ों की धनराशि खातों में है और हजारों बच्चों को इसका कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। किट क्यों नहीं खरीदी जा रही और कब खरीदी जाएंगी इसका जिम्मेदारों के पास कोई उत्तर नहीं है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव ने बताया कि योजना कई सत्र पुरानी है वह पूरी जानकारी लेकर आगे की कार्रवाई करेंगे।
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