डिजिटल बोर्ड से सबसे पहले केंद्रीय विद्यालय होंगे लैस
कवायद
स्कूली शिक्षा को मजबूती देने में जुटी केंद्र सरकार, मुहिम तेज
09
30
12
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली : स्कूली शिक्षा को मजबूती देने में जुटी सरकार ने फिलहाल स्कूलों को डिजिटल बोर्ड से लैस करने का काम शुरू कर दिया है। हालांकि इसकी शुरुआत केंद्रीय विद्यालयों से की गई है। जहां अब तक करीब हजार कक्षाओं को डिजिटल बोर्ड से लैस किया जा चुका है।
बाकी कक्षाओं को भी तेजी से डिजिटल तकनीक से लैस करने की योजना पर काम चल रहा है। वहीं इस अभियान के तहत अब तक जिन कक्षाओं को इससे लैस किया गया है, उनमें सभी नौवीं से बारहवीं तक की कक्षाएं हैं।
सरकारी स्कूलों को डिजिटल बोर्ड से लैस करने की घोषणा सरकार ने बजट भाषण के दौरान की थी। साथ ही इसे एक अभियान के रूप में चलाने की जरूरत बताई थी। सरकार ने इसे वर्ष 1986-87 में चलाए गए आपरेशन ब्लैक बोर्ड की तर्ज पर ही चलाने की मंशा जताई थी। इसमें सरकार ने देश भर के सभी स्कूलों को ब्लैक बोर्ड से लैस करने का काम किया था। सरकार का मानना है कि इसी तरह से स्कूलों को डिजिटल तकनीक से लैस करना भी जरूरी है। वैसे यह इसलिए जरूरी है, ताकि स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे भी देश-दुनिया से जुड़ी जानकारियों और संबंधित विषय वस्तु से रूबरू हो सकें। मानव संसाधन विकास मंत्रलय से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक केंद्रीय विद्यालयों की देश भर में कुल हजार कक्षाएं हैं। इनमें से करीब हजार कक्षाओं को अब तक लैस किया जा चुका है। बाकी को भी लैस करने की योजना पर काम हो रहा है। इसके साथ ही राज्यों के साथ भी स्कूलों को इससे लैस करने की योजना पर काम शुरू किया गया है। इसके तहत सभी स्कूलों को बिजली से लैस करने को कहा गया है। सूत्रों की मानें तो राज्यों में भी अभियान इस साल के अंत तक शुरू हो जाएगा। स्कूलों को डिजिटल बोर्ड से लैस करने की इस मुहिम के तहत कक्षाओं को प्रोजेक्टर से भी लैस किया जा रहा है। साथ ही उसे वाई-फाई से लैस किया गया है। इसके तहत प्रत्येक पाठ के योग्य शिक्षकों से वीडियो भी तैयार कराए जा रहे हैं। इसमें छात्रों को अलग-अलग आसान तरीके से विषय को समझने में मदद मिलेगी।
>>सभी स्कूलों में बिजली की सळ्विधा उपलब्ध कराने को कहा गया
राज्यों में भी मुहिम को शुरू करने की तैयारी, दिखा उत्साहवीं से वीं तक कक्षाओं को डिजिटल बोर्ड से किया लैसहजार कक्षाएं हैं केंद्रीय विद्यालय की देशभर मेंहजार कक्षाओं को अब तक किया जा चळ्का लैस
No comments:
Write comments