पांच कमरों के भवन में चल रहे आठ प्राथमिक विद्यालय
इमारत जर्जर होने के चलते हादसे की आशंका, विभाग के पास बजट के लिए धनराशि नहीं, रास्ते में स्कूल का संचालन
मुस्लेमीन, रामपुर : एक भवन में एक स्कूल आपने सुना होगा। यहां रामपुर के सिटी जूनियर हाईस्कूल पीला तालाब के प्राथमिक विद्यालय में पांच कमरों के भवन में आठ स्कूल चल रहे हैं। यहां कमरे में स्कूल, बरामदे में स्कूल और रास्ते में स्कूल का संचालन हो रहा है। भवन भी जजर्र है।
बेसिक शिक्षा की बदहाली का आलम है कि एक से कक्षा पांच तक के बच्चे एक साथ बैठकर पढ़ते हैं। ग्रामीण क्षेत्र में अधिकतर स्कूल ग्राम प्रधान एवं लोगों के सहयोग से चमक रहे हैं। कई स्कूल तो प्राइवेट स्कूलों को मात दे रहे हैं। सिटी जूनियर हाईस्कूल पीला तालाब की इमारत भी पुरानी है। कई कमरों में दीवारों और छतों का प्लास्टर टूटा हुआ है। हादसे का खतरा बना रहता है। इस कमरे की साइड बच्चे न जाएं, इसके लिए कमरे के बीच में अलमारियां लगाकर रास्ता बंद कर दिया गया है। सिटी जूनियर हाईस्कूल की इंचार्ज प्रधानाध्यापक शशि प्रभा दीक्षित कहती हैं कि स्कूल भवन काफी पुराना है। इस भवन में आठ स्कूल चल रहे हैं। उनके स्कूल में ही 63 बच्चे हैं। इसी भवन में चल रहे मजार शाह दरगाही साहब के स्कूल में कक्षा एक से पांच तक के बच्चे एक कमरे में ही बैठकर पढ़ते हैं।
किले के स्कूल में छह स्कूल : किले के प्राथमिक विद्यालय में छोटे-छोटे छह कमरे हैं। यहां प्रत्येक कमरे में स्कूल चल रहा है। एक ही कमरे में पांच कक्षाएं चल रही हैं। किला प्राथमिक विद्यालय में आसपास के कटरा, पोस्ट आफिस, मकबरा, दोमहला रोड और सड़क खास विद्यालय भी चल रहे हैं।
42 स्कूलों पर है अपने भवन : रामपुर नगर क्षेत्र में 115 स्कूल हैं। इनमें 95 प्राइमरी और 20 जूनियर हाईस्कूल हैं। इनमें से 42 स्कूलों के ही सरकारी भवन हैं। उनमें 60 स्कूल चल रहे हैं। दरअसल ये स्कूल किराए के भवनों में चल रहे थे। मकान जर्जर होते गए और मकान मालिकों ने मरम्मत नहीं कराई। खंडहर हो जाने पर पांच स्कूलों को किला स्कूल भवन में स्थानांतरित कर दिया गया।
शहरी क्षेत्र में किराये के भवनों में चल रहे स्कूलों की हालत खराब है। कई भवन गिर चुके हैं। इसलिए इन स्कूलों को दूसरे स्कूल भवन में शिफ्ट कर दिया गया है। भवनों की मरम्मत कराने के लिए बजट भी नहीं है।
ऐश्वर्या लक्ष्मी, बेसिक शिक्षा अधिकारी
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