लखनऊ : सत्र 2018-19 में परिषदीय स्कूलों में नया पाठ्यक्रम पढ़ाया गया। वहीं प्रश्न पत्र पुराने कोर्स के आधार पर बना दिए गए। ऐसे में पेपर मिलते ही छात्र समेत शिक्षक तक चकरा गए। लिहाजा, जिम्मेदारों की लापरवाही से परीक्षा मखौल बन गई।
राजधानी में 1367 प्राथमिक, 472 उच्च प्राथमिक व 192 सहायता प्राप्त व अशासकीय विद्यालय हैं। मंगलवार से दो पालियों में सभी विद्यालयों में परीक्षा शुरू हुई। सुबह साढ़े नौ बजे करीब दो लाख बच्चों को हंिदूी का प्रश्न पत्र थमाया गया। इसमें कक्षा चार व पांच के बच्चे प्रश्न देखकर चकरा गए। इसमें दोनों कक्षाओं में 26 नंबर से अधिक के ऐसे प्रश्न पूछे गए, जिनसे जुड़े पाठ नए पाठ्यक्रम की पुस्तकों में नहीं हैं। वहीं बच्चे जब पेपर हल नहीं कर सके, तो शिक्षकों के कारण तलाशा। ऐसे में पुराने पाठ्यक्रम से प्रश्न पूछे जाने का खुलासा हुआ।
कक्षा पांच के गड़बड़ प्रश्न : कक्षा पांच का हंिदूी पेपर का प्रश्न नंबर सात कविता को पूर्ण किए जाने संबंधी था। इसमें मानव जब..बन जाता है। अब इससे संबंधित पाठ नए कोर्स में नहीं है। वहीं प्रश्न नंबर नौ में अब्राहम लिंकन व ओलंपिक से जुड़े प्रश्न पूछे गए। इन दोनों गत वर्ष पुराने पाठ्यक्रम में पाठ था। इस वर्ष नहीं है। ऐसे ही कई प्रश्न रहे, जिनके बारे में बच्चों ने पढ़ाया नहीं गया था।
यहां झुंड बनाकर दे रहे थे परीक्षा : पूर्व माध्यमिक विद्यालय इटौंजा व प्राथमिक विद्यालय में छात्र एवं छात्रएं झुंड बनाकर परीक्षा दे रहे थे। वहीं शिक्षक कक्ष से गायब मिले। प्राथमिक विद्यालय इटौंजा एक व दो व कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय में भी अव्यवस्था के बीच में परीक्षा संचालित हो रही थीं।
गोमती नगर उजरियांव प्राथमिक विद्यालय में अर्धवार्षिक परीक्षा देते परीक्षार्थी। जागरणकक्षा चार में अधिक गड़बड़ी1कक्षा चार के हंिदूी का पहला प्रश्न पथ मेरा आलोकित कर दो कविता में वर्णित कवि की क्या मनोकामना है। इसका पाठ ‘पथ मेरा आलोकित कर दो’ अब नहीं रहा। ऐसे ही दूसरा प्रश्न राजा क्यों चिंतित रहा। यह पंच तंत्र की कथा से था, जोकि नए पाठ्यक्रम में नहीं है। तीसरा प्रश्न गांधी जी की माता का स्वभाव कैसा था। यह ‘जब मैं पढ़ता था’ पाठ से है जो कि अब नहीं है। ऐसे ही प्रश्न नंबर चार, प्रश्न पांच, प्रश्न सात व प्रश्न नौ के तीनों खंड पुराने पाठ्यक्रम से आए।
परीक्षा के वक्त खा रहे थे खाना : सरोजनीनगर के मक्खा खेड़ा स्कूल में एक बजे सिर्फ कक्षा पांच की एक छात्र ही प्रश्न पत्र हल कर रही थी, वहीं अन्य बच्चे भोजन करने में मस्त थे। यह द्वितीय पाली का समय था। वहीं प्राथमिक विद्यालय गंगादीन खेड़ा में 31 बच्चे पंजीकृत हैं, वहीं परीक्षा के दिन भी 26 बच्चे ही उपस्थित रहे रहे।मुङो पेपर में गड़बड़ी की शिकायत नहीं मिली है। यदि ऐसा है तो पेपर बनाने वाली समिति से पूछताछ की जाएगी।
डॉ. अमरकांत, बीएसए।
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