पेंशन विहीन कर्मचारियों का मांगा गया डाटा
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : एक तरफ पेंशनविहीन शिक्षक एवं कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली के लिए संघर्ष कर रहे हैं तो दूसरी ओर शासन नवीन पेंशन योजना से इनको अच्छादित करने के लिए तेजी पकड़े हुए हैं। वित्त नियंत्रक ने सभी पेंशनविहीन शिक्षक-कर्मचारियों का परमानेंट रिटायरमेंट अकाउंट नंबर (प्रान) का ऑनलाइन ब्यौरा तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
1 अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं शिक्षणोत्तर कर्मचारियों का आन लाइन डाटा ब्यौरा तैयार करने में जुटा है। वित्त नियंत्रक बेसिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद ने जिलों के सभी वित्त एवं लेखाधिकारी को निर्देशित किया है इन शिक्षकों का आन लाइन ब्यौरा भेजा जाए। प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में तैनात शिक्षक-शिक्षणोत्तर कर्मचारियों की नवीन कटौती के लिए पूर्व में सूचना मांगी गई थी। 12 अक्टूबर को हुई नेशनल पेंशन योजना की कार्यशाला में सुस्त काम पाया गया था। नेशनल पेंशन योजना की कटौती में तेजी लाई जाए। साथ ही जिन लोगों का प्रान आवंटन न हुआ हो, आन लाइन प्रान आवंटन प्रक्रिया आरंभ करना सुनिश्चित करें। बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि वित्त नियंत्रक का पत्र आया है। जिसकी प्रतिपूर्ति लेखाधिकारी द्वारा कराई जा रही है।
पुरानी पेंशन मांग रहे शिक्षक कर्मचारी परेशान: नवीन पेंशन योजना क्रियान्वयन को लेकर शासन जिस तरह से तेजी दिखा रहा है उससे पेंशनविहीन शिक्षकों में नाराजगी व्याप्त है। पुरानी की मांग और नई पेंशन योजना के जबरिया थमाए जाने से शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं शिक्षणोत्तर कर्मचारी आहत हैं। बड़े आंदोलन के बाद 25 अक्टूबर को बिगुल बजाया गया था लेकिन प्रांतीय नेतृत्व एवं सरकार के बीच हुए समझौते के बाद हड़ताल दो माह के लिए बढ़ा दी गई है। इस कदम से शिक्षकों में नाराजगी है तो 24 अक्टूबर को वित्त नियंत्रक द्वारा प्रान की मांग करने से शिक्षकों के बीच चिंगारी भड़क रही है।
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