महराजगंज : शारीरिक शिक्षक संघर्ष मोर्चा की रविवार को पीजी कालेज परिसर में हुई बैठक में भर्ती प्रक्रिया की बहाली के लिए नवंबर के तीसरे सप्ताह से आंदोलन का निर्णय लिया गया और आंदोलन की सफलता के लिए पदाधिकारियों को जिम्मेदारी बांटी गई। जिलाध्यक्ष कुलदीप मणि त्रिपाठी ने कहा कि 10 वर्षों के संघर्ष के बाद पूर्ववर्ती सरकार ने बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित उच्च प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों की सेहत में सुधार व शारीरिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 20 अक्टूबर 16 को शासनादेश जारी कर शारीरिक शिक्षक व खेलकूद अनुदेशकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू कराई और 17 मार्च 17 को काउंसिलिंग की तिथि निर्धारित की पर चुनाव के बाद प्रदेश की भाजपा सरकार ने भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दी। इसके खिलाफ शारीरिक शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने कोर्ट की शरण ली। कोर्ट ने भर्ती प्रक्रिया बहाल करने का आदेश सरकार को दिया पर सरकार ने कोर्ट के आदेश को ठंडे बस्ते में डाल दिया। परेशान अभ्यर्थियों का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिला और ज्ञापन देकर भर्ती प्रक्रिया बहाल करने की मांग की। मुख्यमंत्री ने 20 अक्टूबर तक भर्ती प्रक्रिया बहाल कराने का भरोसा दिलाया पर समय बीत जाने के बाद भी मांग पूरी नहीं हुई तो आंदोलन का निर्णय लेना पड़ा। अगर सरकार ने दो सप्ताह में भर्ती प्रक्रिया बहाल नहीं किया तो शारीरिक शिक्षक संघर्ष मोर्चा के सदस्य हड़ताल पर चले जाएंगे। इस अवसर पर राकेश पटेल, जय प्रकाश गुप्त, आशीष यादव, महेंद्र यादव, राम मिलन, राम बदन, जगमोहन, विरेंद्र यादव, दिनेश कुमार, ओम प्रकाश, अरविंद नायक, रविंद्र यादव, रंजीत शर्मा आदि ने विचार व्यक्त किया।
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