जागरण संवाददाता, कन्नौज: खंड शिक्षा अधिकारी छिबरामऊ पर लगे आरोपों के खिलाफ उत्तर प्रदेश जूनियर हाईस्कूल (पूर्व माध्यमिक) शिक्षक संघ ने कई संगठनों के पदाधिकारियों के साथ डीएम को ज्ञापन सौंपकर मामले की निष्पक्ष जांच कराये जाने की मांग की है। शिक्षकों ने बताया कि शिक्षामित्र ने पारिवारिक कलह के चलते आत्महत्या की थी। इसमें साजिशन बीईओ, एबीआरसी और संकुल प्रभारी को फंसाया जा रहा है। वहीं, कुछ शैक्षिक संगठनों के नेता भी मामले की तूल दे रहे हैं।
बुधवार को उत्तर प्रदेश जूनियर हाईस्कूल (पूर्व माध्यमिक) शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष विवेक चतुर्वेदी के नेतृत्व में कई शिक्षक संघ के पदाधिकारी कलेक्ट्रेट पहुंचे और जिलाधिकारी रवींद्र कुमार को ज्ञापन दिया। शिक्षकों ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय कसियानंदपुर के शिक्षामित्र पवन कुमार कठेरिया ने पारिवारिक कलह के चलते आत्महत्या की है और साजिश के तहत खंड शिक्षा अधिकारी, एबीआरसी व संकुल प्रभारी पर आरोप लगाया गया है।
इस प्रकरण की जानकारी एक शिक्षामित्र नेता ने बीएसए के सीयूजी मोबाइल पर सुबह 8 से 9 बजे के बीच दी थी, जबकि ग्रामीणों का कहना था कि शिक्षामित्र ने पारिवारिक कलह के चलते विवाद के बाद आत्महत्या कर ली है। कुछ नेता इस मामले को बेवजह तूल देकर ईमानदार अधिकारी की छवि खराब कर रहे हैं। उनके साथ उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ, पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, माध्यमिक शिक्षक संघ, कर्मचारी शिक्षक समन्वय समिति ने भी डीएम से मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग की है।
जागरण संवाददाता, कन्नौज: विभागीय कार्रवाई के बाद दबाव बनाने के लिए आत्महत्या की धमकी देने वाले शिक्षकों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। खंड शिक्षा अधिकारियों की शिकायत पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने शिक्षा निदेशक लखनऊ को पत्र भेजा है। वहीं, अब महिलाओं के विद्यालय में निरीक्षण या जांच के लिए जाने वाले बीईओ के साथ एक महिला अधिकारी भी होगी, चाहे वह एबीआरसी क्यों न हो। जिले में विभागीय कार्रवाई के बाद अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए कुछ शिक्षकों ने आत्महत्या की धमकी को हथियार बना लिया है। डीएम के आदेश पर निलंबित की गई जलालाबाद ब्लाक की एक शिक्षिका ने जहां एबीआरसी रजनीश दुबे और बीईओ पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए आत्महत्या की धमकी दी है, वहीं सदर ब्लाक के एक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका ने भी जांच अधिकारी बीईओ ओपी वर्मा पर कई संगीन आरोप लगाकर उच्चाधिकारियों से शिकायत की है। इससे पहले छिबरामऊ क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय कसियानंदपुर के शिक्षामित्र ने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी, जिसमें बीईओ सहित तीन पर उत्पीड़न का आरोप लगा है। विभागीय अधिकारी भी अब कार्रवाई करने से डर रहे हैं। ऐसे में बीएसए दीपिका चतुर्वेदी ने बेसिक शिक्षा निदेशक लखनऊ को पत्र भेजकर अवगत कराया कि जो शिक्षक इस तरह की धमकी दे रहे हैं, उनकी सेवाएं समाप्त होनी चाहिए।
बीएसए ने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी जांच के लिए जाएं तो महिला अधिकारी को साथ ले जाएं और स्कूल में पत्र व्यवहार व उपस्थिति रजिस्टर को देखकर हस्ताक्षर करें। साथ ही मोबाइल से कार्रवाई का वीडियो भी साक्ष्य के तौर पर बना लें।
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