मास्टर जी लग रही ठंड, कब मिलेगा स्वेटर
बच्चों के मामले में लापरवाही बर्दाश्त नहीं : डीएम 1डीएम का कहना है कि बच्चों को स्वेटर के मामले में संबंधित विभाग के अधिकारियों से बात की जाएगी। बच्चों को जल्द से जल्द स्वेटर बांटने की व्यवस्था होगी। इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
शासन द्वारा दी गई समय सीमा भी बीती, नहीं बंटा स्वेटर, ठंड से बच्चों के सिर में दर्द शुरू और आंखें हो रहीं लाल
ठिठुरते नौनिहाल
जागरण टीम, प्रतापगढ़ : प्राइमरी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे ठंड से कांपते हुए सुबह स्कूल पहुंचते हैं। वे मास्टर साब से स्वेटर की मांग कर बैठते हैं। छोटे-छोटे बच्चों को ठंड से कांपते देख शिक्षक भी बेचैन हो उठते हैं, मगर वे भी मन मसोस कर रह जाते हैं। प्रशासनिक मशीनरी के सामने इन बच्चों के जीवन को कोई मोल नहीं है।
बेसिक शिक्षा विभाग पिछले एक सप्ताह से स्वेटर बांटने का दावा कर रहा है, लेकिन जागरण टीम ने सच्चाई जानने का प्रयास किया तो हकीकत बेहद शर्मसार करने वाली दिखायी दी। अभी तक किसी भी स्कूल में स्वेटर वितरण शुरू ही नहीं हुआ है, तभी तो बच्चे ठंड में भी स्कूल जा रहे हैं। शासन ने भी 31 अक्टूबर तक स्वेटर वितरण का निर्देश दिया था, इसके बावजूद बच्चों को स्वेटर नहीं मिल सका। दैनिक जागरण टीम ने गुरुवार की सुबह स्वेटर वितरण का सच जानने के लिए कुछ स्कूलों में पड़ताल की तो मालूम हुआ कि बच्चों को अभी तक स्वेटर नहीं मिल सका है। 1गांव के स्कूलों की बात तो दूर की है, शहर के प्राइमरी स्कूलों में ही अभी तक स्वेटर वितरण की व्यवस्था नहीं हो पाई। यह उस जिला मुख्यालय के स्कूलों का हाल है, जहां डीएम और सीडीओ का कार्यालय है। अधिकारियों को ठंड से कांपते ये नौनिहाल क्यों नहीं दिखायी देते। शहर के शुकुलपुर, पुलिस लाइन, पूर्व माध्यमिक विद्यालय पल्टन बाजार सहित अन्य स्कूलों में स्वेटर बच्चों को नहीं मिला। वहीं रानीगंज संवाद सूत्र के अनुसार गौरा ब्लाक के माडल स्कूल नौड़ेरा की पड़ताल की गई तो हकीकत सामने आई। यहां के छात्र आनंद चौरसिया व शुभम मिश्र ने कहा कि सुबह जब वह घर से स्कूल को निकलते हैं तो ठंडी लगती है।
अंकित सरोज, नितिन शर्मा, विपिन सहित छात्रों का कहना था कि अभी स्वेटर नहीं मिला है, हमें ठंड लगने लगी है। स्कूल छोड़ने आए इनके पिता माता रमेश चंद्र चौरसिया, रीता चौरसिया, राम चंद्र मिश्र, मंजू, जवाहर लाल सरोज, अमरावती आदि का कहना था कि नवंबर माह शुरू हो गया है जबकि विभाग ने 31 अक्टूबर तक स्वेटर बच्चों को बांटने की बात कही थी। इसके बावजूद अभी तक बच्चों को स्वेटर नहीं मिला है। बच्चों को ठंड लगती है और जब ये बच्चे स्कूल से लौटते हैं, तो सिर दर्द से परेशान रहते हैं। कई बच्चों की आंखें लाल पड़ गई हैं और खांसी आ रही है। दवाओं का बोझ बढ़ गया है। उनके तबियत खराब होने से अनजाना भय सता रहा है। कहीं कोई बच्चा गंभीर रूप से बीमार न पड़ जाए। इसी तरह शिवगढ ब्लाक के परिषदीय स्कूलों के बच्चों को भी स्वेटर नहीं मिल सका है।
लालगंज संवादसूत्र व रानीगंज केथौला संवादसूत्र के अनुसार शासन के निर्देश के अनुसार परिषदीय प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में बच्चों को स्वेटर वितरण कार्य को अक्टूबर माह के अंत तक पूर्ण करना था, लेकिन समय बीत जाने के बाद भी गुरुवार को अभी दर्जनों परिषदीय स्कूलों में स्वेटर वितरण कार्य पूरा नहीं हो सका है। लालगंज के मॉडल स्कूल खजुरी के बच्चों को स्वेटर नहीं मिला। वह ठंड में बिना स्वेटर के स्कूल जाते दिखे। ब्लाक में प्राथमिक विद्यालयों की संख्या 102 हैं जिसमें कुल बच्चों की संख्या आठ हजार से अधिक है, पूर्व माध्यमिक के 31 स्कूलों में कुल बच्चों की संख्या दो हजार है। 1स्कूलों में स्वेटर वितरण की प्रगति धीमी होने के कारण अभी भी करीब तीस प्रतिशत स्कूलों में बच्चों को स्वेटर वितरण नहीं हो सका है। खंड शिक्षाधिकारी मो. रिजवान का कहना है कि स्वेटर वितरण कार्य तेजी से हो रहा है, गुरुवार को भी कई स्कूलों में बच्चों को स्वेटर वितरण किया गया। कार्य प्राथमिकता पर किया जा रहा है, एक दो दिन में यह पूर्ण हो जाएगा।1प्राइमरी मॉडल स्कूल नौडेरा के बच्चे जहां अभी तक नहीं बंटा स्वेटर।मॉडल प्राइमरी स्कूल खजुरी में सुबह ठंड के दौरान बिना स्वेटर के जाते बच्चे।
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