4.84 करोड़ एमडीएम घोटाले की पहली रिकवरी। बीएसए कार्यालय से गिरफ्तार बाबू के घर में बरामद हुआ 21 लाख रूपया। ...

बाराबंकी, जेएनएन। परिषदीय विद्यालय के नौनिहालों के भोजन(मिड डे मील) के 4.84 करोड़ रुपये घोटाले मामले में बीएसए कार्यालय के वरिष्ठ लिपिक अखिलेश शुक्ला को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी के मुताबिक, कार्यालय से गिरफ्तार आरोपित बाबू की निशानदेही पर उसके घर से 20 लाख 98 हजार 670 रुपये बरामद किए गए हैं। इतने बड़े घोटाले में रुपये की यह पहली बरामदगी है। इस मामले में पहले से ही दो युवतियों सहित पांच आरोपित जेल में हैं।
2012 से चल रहा था घोटाला
उन्होंने बताया कि मुकदमे की विवेचना में बीएसए कार्यालय में तैनात वरिष्ठ लिपिक रामसनेहीघाट कोतवाली क्षेत्र के ग्राम गाजीपुर निवासी अखिलेश शुक्ला का नाम प्रकाश में अाया है। 17 मई की दोपहर बीएसए कार्यालय के बाहर से आरोपित को क्राइम ब्रांच ने कोतवाली पुलिस के साथ धरदबोचा गया। यह घोटाला 2012 से चल रहा था। एमडीएम की देखरेख की पूरी जिम्मेदारी अखिलेश कुमार को ही सौंपी गई थी। बीएसए वीपी सिंह ने दिसंबर 2018 में कोतवाली नगर में मुकदमा दर्ज कराया था। इस मुकदमे में जिला समन्वयक एमडीएम राजीव शर्मा, अनधिकृत कंप्यूटर ऑपरेटर रहीमुद्दीन व इनके साथी रघुराज, रोज और साधना पहले ही जेल भेजे जा चुके हैं।
एसपी ने बताया कि रहीमुद्दीन के खाते में करीब 3.38 करोड़, साधना के खाते में 41 लाख, रोज के खाते में 49 लाख, रघुराज के खाते में 55 लाख रुपये घोटाले के स्थानांतरित किये गए थे। एसपी ने बताया कि यह पहली रिकवरी है। अारोपित को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।

बाराबंकी, जेएनएन। परिषदीय विद्यालय के नौनिहालों के भोजन(मिड डे मील) के 4.84 करोड़ रुपये घोटाले मामले में बीएसए कार्यालय के वरिष्ठ लिपिक अखिलेश शुक्ला को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी के मुताबिक, कार्यालय से गिरफ्तार आरोपित बाबू की निशानदेही पर उसके घर से 20 लाख 98 हजार 670 रुपये बरामद किए गए हैं। इतने बड़े घोटाले में रुपये की यह पहली बरामदगी है। इस मामले में पहले से ही दो युवतियों सहित पांच आरोपित जेल में हैं।
2012 से चल रहा था घोटाला
उन्होंने बताया कि मुकदमे की विवेचना में बीएसए कार्यालय में तैनात वरिष्ठ लिपिक रामसनेहीघाट कोतवाली क्षेत्र के ग्राम गाजीपुर निवासी अखिलेश शुक्ला का नाम प्रकाश में अाया है। 17 मई की दोपहर बीएसए कार्यालय के बाहर से आरोपित को क्राइम ब्रांच ने कोतवाली पुलिस के साथ धरदबोचा गया। यह घोटाला 2012 से चल रहा था। एमडीएम की देखरेख की पूरी जिम्मेदारी अखिलेश कुमार को ही सौंपी गई थी। बीएसए वीपी सिंह ने दिसंबर 2018 में कोतवाली नगर में मुकदमा दर्ज कराया था। इस मुकदमे में जिला समन्वयक एमडीएम राजीव शर्मा, अनधिकृत कंप्यूटर ऑपरेटर रहीमुद्दीन व इनके साथी रघुराज, रोज और साधना पहले ही जेल भेजे जा चुके हैं।
एसपी ने बताया कि रहीमुद्दीन के खाते में करीब 3.38 करोड़, साधना के खाते में 41 लाख, रोज के खाते में 49 लाख, रघुराज के खाते में 55 लाख रुपये घोटाले के स्थानांतरित किये गए थे। एसपी ने बताया कि यह पहली रिकवरी है। अारोपित को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
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