यूपी बोर्ड : परीक्षार्थियों का पूल रोकेगा फर्जीवाड़ा, 15 बोर्डों के परीक्षार्थियों का ब्योरा तलब।
29/07/2019
परीक्षार्थियों का पूल रोकेगा फर्जीवाड़ा
July 29, 2019
राज्य ब्यूरो, प्रयागराज : अभिलेखों में हेरफेर करके अब यूपी बोर्ड में प्रवेश लेना आसान नहीं होगा। फर्जीवाड़ा रोकने के लिए बोर्ड प्रशासन ने बड़ी पहल की है। उसने यूपी सहित आसपास राज्यों के उन बोर्डो से छात्र-छात्रओं का ब्योरा मांगा है, जो 10वीं व 12वीं परीक्षा में अनुत्तीर्ण हुए हैं या फिर 9वीं व 11वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की है। बोर्ड छात्र-छात्रओं के अभिलेखों का मिलान करके ही हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा में शामिल होने की अनुमति देगा। गड़बड़ करने वालों को परीक्षा के काफी पहले ही बाहर किया जाएगा।
यूपी बोर्ड सचिव ने आसपास के राज्यों के बोर्ड निदेशक, सचिव व परीक्षा नियंत्रक को पत्र भेजकर अनुरोध किया कि वे अपने यहां 2015 से लेकर 2019 की 10वीं व 12वीं परीक्षा में अनुत्तीर्ण और 9वीं व 11वीं की परीक्षा में उत्तीर्ण छात्र-छात्रओं का डाटा उपलब्ध करा दें। दूसरे बोर्ड के अनुत्तीर्ण अभ्यर्थी अभिलेखों में हेरफेर करके यूपी बोर्ड में प्रवेश लेने की जुगत करते आ रहे हैं।
83753 को कर चुके बाहर : यूपी बोर्ड 2018 की हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा में 83753 छात्र-छात्रओं ने फर्जी अभिलेखों के आधार पर प्रवेश लिया था, उन्हें बोर्ड ने पहले बाहर किया था। 2019 की परीक्षा में यह संख्या करीब 15 हजार रही जबकि 2017 की परीक्षा में कई परीक्षार्थी इम्तिहान में शामिल हुए उनका रिजल्ट रोकना पड़ा था।
परीक्षा में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए देशभर के फेलियर खोज रहा यूपी बोर्ड, सीआईएससीई, सीबीएसई समेत 15 बोर्ड से 5 साल में फेल छात्र-छात्राओं की मांगी गई है जानकारी।
29/07/2019
परीक्षार्थियों का पूल रोकेगा फर्जीवाड़ा
July 29, 2019
राज्य ब्यूरो, प्रयागराज : अभिलेखों में हेरफेर करके अब यूपी बोर्ड में प्रवेश लेना आसान नहीं होगा। फर्जीवाड़ा रोकने के लिए बोर्ड प्रशासन ने बड़ी पहल की है। उसने यूपी सहित आसपास राज्यों के उन बोर्डो से छात्र-छात्रओं का ब्योरा मांगा है, जो 10वीं व 12वीं परीक्षा में अनुत्तीर्ण हुए हैं या फिर 9वीं व 11वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की है। बोर्ड छात्र-छात्रओं के अभिलेखों का मिलान करके ही हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा में शामिल होने की अनुमति देगा। गड़बड़ करने वालों को परीक्षा के काफी पहले ही बाहर किया जाएगा।
यूपी बोर्ड सचिव ने आसपास के राज्यों के बोर्ड निदेशक, सचिव व परीक्षा नियंत्रक को पत्र भेजकर अनुरोध किया कि वे अपने यहां 2015 से लेकर 2019 की 10वीं व 12वीं परीक्षा में अनुत्तीर्ण और 9वीं व 11वीं की परीक्षा में उत्तीर्ण छात्र-छात्रओं का डाटा उपलब्ध करा दें। दूसरे बोर्ड के अनुत्तीर्ण अभ्यर्थी अभिलेखों में हेरफेर करके यूपी बोर्ड में प्रवेश लेने की जुगत करते आ रहे हैं।
83753 को कर चुके बाहर : यूपी बोर्ड 2018 की हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा में 83753 छात्र-छात्रओं ने फर्जी अभिलेखों के आधार पर प्रवेश लिया था, उन्हें बोर्ड ने पहले बाहर किया था। 2019 की परीक्षा में यह संख्या करीब 15 हजार रही जबकि 2017 की परीक्षा में कई परीक्षार्थी इम्तिहान में शामिल हुए उनका रिजल्ट रोकना पड़ा था।
परीक्षा में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए देशभर के फेलियर खोज रहा यूपी बोर्ड, सीआईएससीई, सीबीएसई समेत 15 बोर्ड से 5 साल में फेल छात्र-छात्राओं की मांगी गई है जानकारी।
No comments:
Write comments