खेल किट व पुस्तकालय की किताबों की फिर होगी जांच
July 29, 2019
जागरण संवाददाता, औरैया : जनपद में संचालित 1516 परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शासन द्वारा खेल किट व पुस्तकालय के धनराशि दी गई थी। जिसे जिला बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा सभी विद्यालयों के क्रय समिति के खातों में धनराशि भेज दी गई थी। परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में खेल किट व पुस्तकालय के लिए पांच-पाच हजार जबकि उच्च प्राथमिक विद्यालयों में दस-दस हजार रुपये धनराशि दी गई थी।
जागरण ने सबसे पहले जनपद में इन दोनों चीजों में हो रहे खेल का मामला उठाया था। जिसके बाद जिला प्रशासन हरकत में आया था। आनन फानन में कई विद्यालयों में छापेमारी भी की गई थी। लेकिन इसी बीच विद्यालय बंद हो जाने के बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया था। लेकिन शासन ने इस पर फिर से अपनी नजरें टेढ़ी कर ली है। राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा विजय किरन आनंद ने जिलाधिकारी को दोनों मामलों की जांच के निर्देश दिए हैं।
भेजे गए पत्र में निदेशक ने प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पुस्तकालय अनुदान एवं स्पोट्र्स अनुदान के अंतर्गत क्रय की गई सामग्री की उपलब्धता एवं गुणवत्ता का सत्यापन कराए जाने को कहा है। पत्र में बीएसए, जिला समंवयक, एबीएसए द्वारा सत्यापन रेंडम सैंपलिंग पांच अगस्त तक करने को कहा है। जिसमें से बीएसए द्वारा 10 विद्यालय, जिला समंवयक प्रशिक्षण द्वारा 10 एवं खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा क्रास चेकिंग के माध्यम से विद्यालयों का सत्यापन किया जाएगा। डीएम से एक सत्यापन समिति गठित करने या एसडीएम के माध्यम से विद्यालयवार खेल किट, पुस्तकालय के लिए क्रय कि गई किताबों का सत्यापन 15 अगस्त तक पूरा करा शासन को रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा है।
July 29, 2019
जागरण संवाददाता, औरैया : जनपद में संचालित 1516 परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शासन द्वारा खेल किट व पुस्तकालय के धनराशि दी गई थी। जिसे जिला बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा सभी विद्यालयों के क्रय समिति के खातों में धनराशि भेज दी गई थी। परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में खेल किट व पुस्तकालय के लिए पांच-पाच हजार जबकि उच्च प्राथमिक विद्यालयों में दस-दस हजार रुपये धनराशि दी गई थी।
जागरण ने सबसे पहले जनपद में इन दोनों चीजों में हो रहे खेल का मामला उठाया था। जिसके बाद जिला प्रशासन हरकत में आया था। आनन फानन में कई विद्यालयों में छापेमारी भी की गई थी। लेकिन इसी बीच विद्यालय बंद हो जाने के बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया था। लेकिन शासन ने इस पर फिर से अपनी नजरें टेढ़ी कर ली है। राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा विजय किरन आनंद ने जिलाधिकारी को दोनों मामलों की जांच के निर्देश दिए हैं।
भेजे गए पत्र में निदेशक ने प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पुस्तकालय अनुदान एवं स्पोट्र्स अनुदान के अंतर्गत क्रय की गई सामग्री की उपलब्धता एवं गुणवत्ता का सत्यापन कराए जाने को कहा है। पत्र में बीएसए, जिला समंवयक, एबीएसए द्वारा सत्यापन रेंडम सैंपलिंग पांच अगस्त तक करने को कहा है। जिसमें से बीएसए द्वारा 10 विद्यालय, जिला समंवयक प्रशिक्षण द्वारा 10 एवं खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा क्रास चेकिंग के माध्यम से विद्यालयों का सत्यापन किया जाएगा। डीएम से एक सत्यापन समिति गठित करने या एसडीएम के माध्यम से विद्यालयवार खेल किट, पुस्तकालय के लिए क्रय कि गई किताबों का सत्यापन 15 अगस्त तक पूरा करा शासन को रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा है।
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