डुप्लीकेट आय प्रमाण पत्र से छात्रवृति में हेराफेरी
प्रदेश के कई कालेजों व स्कूलों में छात्रवृत्ति वितरण में हुई गड़बड़ी की जांच अफसरों ने शुरू कर दी है। इसमें कौशांबी भी शामिल हैं। शासन के निर्देश पर गठित तीन सदस्यीय जांच टीम ने वर्ष 2010-11 से 14 तक वितरित की गई छात्रवृत्ति की जांच शुरू कर दी है। अफसरों की मानें तो पूर्व में डुप्लीकेट आय प्रमाण पत्र लगाकर छात्रवृति वितरित की गई है। शिकायत पर गठित टीम ने प्रकरण की जांच शुरू कर दी है।
प्रदेश के कई कालेजों व स्कूलों में छात्रवृत्ति वितरण में हुई गड़बड़ी की जांच अफसरों ने शुरू कर दी है। इसमें कौशांबी भी शामिल हैं। शासन के निर्देश पर गठित तीन सदस्यीय जांच टीम ने वर्ष 2010-11 से 14 तक वितरित की गई छात्रवृत्ति की जांच शुरू कर दी है। अफसरों की मानें तो पूर्व में डुप्लीकेट आय प्रमाण पत्र लगाकर छात्रवृति वितरित की गई है। शिकायत पर गठित टीम ने प्रकरण की जांच शुरू कर दी है।
शासन के निर्देश पर मथुरा, आगरा, मेरठ, कौशांबी में दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजना में हुई गड़बड़ी की जांच शुरू कर दी गई है। लोक लेखा समिति की बैठक में लिए गए निर्णय के आधार पर दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजना से वर्ष 2010- 11 से 14 तक वितरित की गई दशमोत्तर छात्रवृत्ति वितरण में खेल होने का मामला प्रकाश में आया है। अधिकारियों की मानें तो डुप्लीकेट आय प्रमाण पत्र लगाकर विद्यार्थियों के खाते में करोड़ों रुपये भेजे गए हैं। कौशांबी में प्रकरण की जांच करने के लिए जिला समाज कल्याण अधिकारी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम गठित की गई है जिसमें जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी और जिला अल्पसंख्यक अधिकारी भी शामिल हैं। टीम को चार ¨बदुओं पर विशेष जांच करने का निर्देश दिया गया है जिसमें एक समान आय के प्रमाण पत्र, एक समान जाति प्रमाण पत्र, एक समान हाईस्कूल के रोल नंबर शामिल हैं।
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