गरीब सवर्णो को दाखिले में नहीं मिल पाया आरक्षण
August 01, 2019
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : सूबे के विश्वविद्यालय व डिग्री कॉलेजों में गरीब सवर्णो को दस फीसद आरक्षण का लाभ ढंग से नहीं मिल पाया। डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा से संबद्ध करीब 1000 से अधिक डिग्री कॉलेजों में विद्यार्थी इससे वंचित रहे। वहीं बीएड व बीटीसी कोर्स चला रहे करीब पांच हजार डिग्री कॉलेजों में भी गरीब सवर्णो को आरक्षण का लाभ नहीं मिला। विश्वविद्यालयों ने इसकी निगरानी व्यवस्था भी नहीं लागू की।
उप्र विश्वविद्यालय-महाविद्यालय शिक्षक महासंघ के अध्यक्ष डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान कहते हैं कि आगरा विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में गरीब सवर्णो को आरक्षण का लाभ देने की व्यवस्था नहीं की गई। आगरा कॉलेज जहां दाखिले के लिए मारामारी रहती है, उस सहित अन्य कॉलेजों में दस फीसद सीटें गरीब सवर्णो के लिए नहीं बढ़ाई गईं। डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय से संबद्ध कई डिग्री कॉलेजों में गरीब सवर्णो को आरक्षण का लाभ नहीं मिल पाया। इसी तरह लखनऊ विश्वविद्यालय ने बीए, बीएससी व बीकॉम जैसे कोर्सेज में गरीब सवर्णो को आरक्षण दिया लेकिन प्रोफेशनल कोर्सेज में गरीब सवर्ण आरक्षण से वंचित रह गए। डिग्री कॉलेजों में भी मनमाने ढंग से आरक्षण दिया गया। उप्र स्वावित्तपोषित महाविद्यालय एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय त्रिवेदी कहते हैं कि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद से हरी झंडी मिलने के बावजूद उच्च शिक्षा विभाग की लापरवाही से बीएड कोर्स में गरीब सवर्णो को आरक्षण का लाभ नहीं मिला। बीटीसी कोर्स में गरीब सवर्णो को दस फीसद सीटें बढ़ाकर दाखिला देना है या नहीं इसके दिशा-निर्देश भी जारी नहीं हुए।
August 01, 2019
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : सूबे के विश्वविद्यालय व डिग्री कॉलेजों में गरीब सवर्णो को दस फीसद आरक्षण का लाभ ढंग से नहीं मिल पाया। डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा से संबद्ध करीब 1000 से अधिक डिग्री कॉलेजों में विद्यार्थी इससे वंचित रहे। वहीं बीएड व बीटीसी कोर्स चला रहे करीब पांच हजार डिग्री कॉलेजों में भी गरीब सवर्णो को आरक्षण का लाभ नहीं मिला। विश्वविद्यालयों ने इसकी निगरानी व्यवस्था भी नहीं लागू की।
उप्र विश्वविद्यालय-महाविद्यालय शिक्षक महासंघ के अध्यक्ष डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान कहते हैं कि आगरा विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में गरीब सवर्णो को आरक्षण का लाभ देने की व्यवस्था नहीं की गई। आगरा कॉलेज जहां दाखिले के लिए मारामारी रहती है, उस सहित अन्य कॉलेजों में दस फीसद सीटें गरीब सवर्णो के लिए नहीं बढ़ाई गईं। डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय से संबद्ध कई डिग्री कॉलेजों में गरीब सवर्णो को आरक्षण का लाभ नहीं मिल पाया। इसी तरह लखनऊ विश्वविद्यालय ने बीए, बीएससी व बीकॉम जैसे कोर्सेज में गरीब सवर्णो को आरक्षण दिया लेकिन प्रोफेशनल कोर्सेज में गरीब सवर्ण आरक्षण से वंचित रह गए। डिग्री कॉलेजों में भी मनमाने ढंग से आरक्षण दिया गया। उप्र स्वावित्तपोषित महाविद्यालय एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय त्रिवेदी कहते हैं कि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद से हरी झंडी मिलने के बावजूद उच्च शिक्षा विभाग की लापरवाही से बीएड कोर्स में गरीब सवर्णो को आरक्षण का लाभ नहीं मिला। बीटीसी कोर्स में गरीब सवर्णो को दस फीसद सीटें बढ़ाकर दाखिला देना है या नहीं इसके दिशा-निर्देश भी जारी नहीं हुए।
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