देश में 12वीं के छात्र बन सकेंगे पर्यटन सहायक: प्रह्लाद पटेल
आगरा | मुख्य संवाददाता
देश के छात्र-छात्राएं बेरोजगार न रहें, इसके लिए जल्द ही 12वीं तक के छात्र-छात्राओं के लिए पर्यटन सहायक का कोर्स शुरू किया जाएगा। छह माह के इस कोर्स को एससी-एसटी, जम्मू-कश्मीर और लेह-लद्दाख के लिए बच्चों के लिए नि:शुल्क रखा जाएगा। ये बात गुरुवार को आगरा आए केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्यमंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने कही। उन्होंने कहा कि बेरोजगारों को पर्यटन के क्षेत्र में काम करने के अवसर दिए जाएंगे। प्रधानमंत्री ने भी इस दिशा में काम करने का संकल्प लिया है। उसी को देखते हुए 12वीं पास छात्र-छात्राओं को पर्यटन सहायक का कोर्स कराया जाएगा। कोशिश होगी कि जो जहां है, वहीं पर रोजगार प्राप्त कर सके। एससी-एसटी, जम्मू-कश्मीर और पिछड़े इलाकों को छोड़कर अन्य क्षेत्रों के बच्चों से दो हजार रुपये फीस ली जाएगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पर्यटन बहाली की दिशा में लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। एक सितंबर से चार दिनों के लिए वह अधिकारियों के साथ वहां जा रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में बेड एंड ब्रेकफास्ट (बीएनबी) स्कीम को शुरू करने का विचार है। इसमें वहीं के लोग अपने मकानों को पर्यटकों को दे सकते हैं। इससे उनकी कमाई भी होगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हिन्दी और अंग्रेजी के अलावा विश्व की अन्य प्रमुख तीन भाषाओं में साइन बोर्ड लगाए जाएंगे, जिससे पर्यटकों को स्मारकों के बारे में जानकारी प्राप्त हो सके।
एससी-एसटी और जम्मू-कश्मीर व लेह के बच्चों के लिए नि:शुल्क रहेगा कोर्स, जम्मू-कश्मीर में पर्यटन बहाली की दिशा में तेजी।
आगरा | मुख्य संवाददाता
देश के छात्र-छात्राएं बेरोजगार न रहें, इसके लिए जल्द ही 12वीं तक के छात्र-छात्राओं के लिए पर्यटन सहायक का कोर्स शुरू किया जाएगा। छह माह के इस कोर्स को एससी-एसटी, जम्मू-कश्मीर और लेह-लद्दाख के लिए बच्चों के लिए नि:शुल्क रखा जाएगा। ये बात गुरुवार को आगरा आए केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्यमंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने कही। उन्होंने कहा कि बेरोजगारों को पर्यटन के क्षेत्र में काम करने के अवसर दिए जाएंगे। प्रधानमंत्री ने भी इस दिशा में काम करने का संकल्प लिया है। उसी को देखते हुए 12वीं पास छात्र-छात्राओं को पर्यटन सहायक का कोर्स कराया जाएगा। कोशिश होगी कि जो जहां है, वहीं पर रोजगार प्राप्त कर सके। एससी-एसटी, जम्मू-कश्मीर और पिछड़े इलाकों को छोड़कर अन्य क्षेत्रों के बच्चों से दो हजार रुपये फीस ली जाएगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पर्यटन बहाली की दिशा में लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। एक सितंबर से चार दिनों के लिए वह अधिकारियों के साथ वहां जा रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में बेड एंड ब्रेकफास्ट (बीएनबी) स्कीम को शुरू करने का विचार है। इसमें वहीं के लोग अपने मकानों को पर्यटकों को दे सकते हैं। इससे उनकी कमाई भी होगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हिन्दी और अंग्रेजी के अलावा विश्व की अन्य प्रमुख तीन भाषाओं में साइन बोर्ड लगाए जाएंगे, जिससे पर्यटकों को स्मारकों के बारे में जानकारी प्राप्त हो सके।
एससी-एसटी और जम्मू-कश्मीर व लेह के बच्चों के लिए नि:शुल्क रहेगा कोर्स, जम्मू-कश्मीर में पर्यटन बहाली की दिशा में तेजी।
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