परिषदीय स्कूलों में पढ़ाई का परिणाम सुधारेंगे एकेडमिक रिसोर्स पर्सन, हर ब्लॉक में छह रिसोर्स पर्सन की होगी भर्ती, लिखित परीक्षा व साक्षात्कार से होगा चयन।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : परिषदीय स्कूलों में शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने में सहयोग देने और उसकी निगरानी के लिए प्रदेश के हर ब्लॉक में अब छह एकेडमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) तैनात किये जाएंगे। इनमें से पांच का चयन जिला स्तर पर लिखित परीक्षा, माइक्रो टीचिंग व साक्षात्कार के आधार पर होगा जबकि एक सदस्य डायट मेंटर होगा। इस हिसाब से प्रदेश के 821 ब्लॉक के लिए कुल 4105 और 59 नगर संसाधन केंद्रों के लिए 295 अतिरिक्त एकेडमिक रिसोर्स पर्सन का चयन किया जाएगा। एआरपी का चयन प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के उन शिक्षकों में से किया जाएगा जिन्हें पढ़ाने का पांच साल का अनुभव हो और रिटायरमेंट में 10 वर्ष बाकी हों। विद्यालयों के सहयोग और निगरानी के लिए एआरपी को प्रति माह 2500 रुपये और डायट मेंटर को 1000 रुपये मोबिलिटी/वाहन भत्ता दिया जाएगा।
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4400 एकेडमिक रिसोर्स पर्सन की होगी भर्ती
- October 23, 2019
एआरपी के लिए अलग से पदों का सृजन नहीं किया जाएगा बल्कि पूर्व में ब्लॉक स्तर पर सृजित सह-समन्वयकों के पदों को ही इसमें समाहित किया जाएगा। वहीं अभी तक न्याय पंचायत रिसोर्स सेंटर के समन्वयकों और ब्लॉक संसाधन केंद्रों पर तैनात सह-समन्वयकों की भूमिका निभाने वाले प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों को उनके मूल विद्यालय में बच्चों को पढ़ाने के लिए वापस भेजा जाएगा। बेसिक शिक्षा विभाग ने मंगलवार को इस बारे में शासनादेश जारी कर दिया है। सभी ब्लॉक के लिए चयनित एकेडमिक रिसोर्स पर्सन को मिलाकर जिला स्तर पर एकेडमिक रिसोर्स ग्रुप गठित किया जाएगा जो बच्चों के लर्निंग आउटकम को सुनिश्चित करने के लिए स्कूलों की सहयोगात्मक निगरानी करेंगे। हर ब्लॉक के लिए छह कुल छह एआरपी में से पांच विषय विशेषज्ञ शिक्षक होंगे जबकि एक डायट मेंटर सदस्य होगा।
विषय विशेषज्ञ सामाजिक अध्ययन, अंग्रेजी, हंिदूी, गणित और विज्ञान विषयों के लिए चुने जाएंगे जिनके लिए अलग-अलग शैक्षिक योग्यता निर्धारित की गई है। एआरपी के चयन के लिए जिला स्तर पर मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय चयन समिति गठित की जाएगी। लिखित परीक्षा के लिए 60 अंक, माइक्रो टीचिंग के लिए 30 अंक और साक्षात्कार के लिए 10 अंक तय किये गए हैं। लिखित परीक्षा में 60 प्रतिशत या उससे अधिक अंक पाने वाले अभ्यर्थी ही माइक्रो टीचिंग के लिए क्वालिफाई करेंगे। वहीं माइक्रो टीचिंग में 60 फीसद या अधिक अंक पाने वाले साक्षात्कार के लिए अर्ह होंगे। साक्षात्कार में 60 फीसद या अधिक अंक पाने वाले ही अंतिम चयन के पात्र होंगे। तीनों के कुल योग को जोड़ने के बाद जिन अभ्यर्थियों के नंबर 60 प्रतिशत से अधिक होंगे, एआरपी के चयन के लिए उनक मेरिट लिस्ट बनायी जाएगी। एआरपी का कार्यकाल एक वर्ष होगा। प्रत्येक वर्ष के प्रदर्शन के आधार पर अधिकतम तीन साल तक उनका चयन किया जा सकेगा।
परिषदीय स्कूलों में गुणवत्ता बढ़ाने में देंगे सहयोग और करेंगे निगरानी पांच साल की सेवा वाले शिक्षक हो सकेंगे चयन प्रक्रिया में शामिल
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