लखनऊ । प्रदेश के बिजली कर्मचारियों के बाद अब शिक्षकों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है। लखनऊ के ईको गार्डन में प्रदेश भर के प्राइमरी, माध्यमिक तथा डिग्री कॉलेज के शिक्षकों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया है।
आज के धरने की मुख्य मांगों को देखने के लिए नीचे स्क्रॉल करके देखें ज्ञापन प्रपत्र। 👇
ईको गॉर्डन में शिक्षकों का हुजूम अपनी मांगों व सम्मान बचाने को महारैली में एकत्र हुआ है। उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ के बैनर पर गुरुवार को राजधानी के इको गार्डन में प्राइमरी स्कूलों माध्यमिक स्कूलों और डिग्री कॉलेजों के हजारों शिक्षकों का हुजूम जुटा है। उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ के अध्यक्ष डॉक्टर दिनेश चंद शर्मा और संयोजक डॉक्टर ओम प्रकाश शर्मा के आह्वान पर जुटे शिक्षकों ने पुरानी पेंशन योजना लागू करने के साथ ही चिकित्सा प्रतिपूर्ति सहित कई मांगे उठाई हैं। इसके साथ ही शिक्षकों ने प्रेरणा ऐप का विरोध किया।
उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से उन्हें परेशान किया जा रहा है और शिक्षकों के सम्मान पर ठेस पहुंच रही है। वही वित्तविहीन स्कूलों के शिक्षकों को प्रतिमाह 15000 मानदेय देने और उनकी सेवा नियमावली लागू करने जैसे आश्वासन भी राज्य सरकार पूरा नहीं कर रही है।
शिक्षकों ने आरोप लगाया कि स्कूलों में जांच के नाम पर उनका उत्पीडऩ किया जा रहा है। शासन से कभी कोई स्टाफ को जांच करने पहुंचता है तो कभी कोई अधिकारी। अब तो शिक्षकों से पढ़ाई के अलावा तमाम अन्य तरह से कार्य भी करवाए जा रहे हैं। ऐसे में सरकार इन सभी पर तत्काल पर रोक लगाए। धरना-प्रदर्शन कर रहे शिक्षक शासन के के उच्च अधिकारी को धरना स्थल पर बुलाकर मांगे पूरी करने की मांग पर अड़े हुए हैं।
इको गार्डन के आसपास का क्षेत्र शिक्षकों की भीड़ से भरा हुआ है। इस क्षेत्र को पुलिस ने छावनी में तब्दील कर दिया है। शिक्षक लगातार नारेबाजी कर रहे हैं। फिलहाल जिला प्रशासन के अधिकारियों ने शिक्षकों की मांग शासन तक पहुंचा दी है और उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही कोई शासन का अधिकारी शिक्षकों की मांग पर ठोस आश्वासन देने के लिए धरना स्थल पहुंचेगा।
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