DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Monday, April 27, 2020

लखनऊ : अभिभावकों से एक माह की फीस जमा करने की निजी स्कूल प्रबंधकों ने की अपील

लखनऊ : अभिभावकों से एक माह की फीस जमा करने की निजी स्कूल प्रबंधकों ने की अपील।


लखनऊ ट्रांस गोमती स्कूल वीइकल ओनर्स वेलफेयर असोसिशन ने उठाई आवाज•एनबीटी, लखनऊ : अभिभावकों से ट्रांसपोर्ट फीस न वसूले जाने के आदेश के खिलाफ लखनऊ ट्रांस गोमती स्कूल वीइकल ओनर्स वेलफेयर असोसिएशन भी विरोध में उतर आया है। असोसिएशन के अध्यक्ष अंशु मिश्रा ने बताया कि इन दिनों स्कूल अपनी फीस में कई तरह की कटौतियां कर रहे हैं। इसे देखते हुए वह भी ट्रांसपोर्ट फीस में 20 प्रतिशत की छूट देने को तैयार हैं। उनका कहना है कि फीस का 25 फीसदी हिस्सा ईंधन में खर्च होता है और उन्हें भी ड्राइवर और स्टाफ को वेतन देना होता है। साथ ही टैक्स भी देना पड़ता है। फीस न लेने पर लोन पर वाहन खरीदने वाले संचालकों को समस्या होगी।

अंशु मिश्रा ने बताया कि केवल 15 फीसदी ट्रांसपोर्ट स्कूल मुहैया करवाते हैं, जबकि 85 फीसदी ट्रांसपोर्ट निजी होते हैं। लॉकडाउन में सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं। ऐसे में शासन ने पहले स्कूलों को अभिभावकों से तीन महीने की फीस अडवांस में न लिए जाने का आदेश दिया था। बाद में उसके स्थान पर उनसे मासिक फीस लेने की छूट दे दी। इसी को लेकर असोसिएशन ने भी अपनी आवाज बुलंद की है। उन्होंने कहा कि इस मुश्किल समय में अभिभावक भी उनका सहयोग पहले कि तरह करते रहें।
अभिभावकों से ट्रांसपोर्ट फीस न लेने के आदेश का विरोध










 व्हाट्सप के जरिये जुड़ने के लिए क्लिक करें।

No comments:
Write comments