सीबीएसई ने कहा- जरूर होंगी 10वीं 12वीं की परीक्षा, फैसले में कोई बदलाव नहीं
CBSE : दसवीं नहीं होंगी परीक्षाएं, 12वीं की लॉकडाउन के बाद।
CBSE : दसवीं नहीं होंगी परीक्षाएं, 12वीं की लॉकडाउन के बाद।
सीबीएसई ने कहा है कि 10वीं और 12वीं की शेष परीक्षाओं के आयोजन को लेकर उसके फैसले में कोई बदलाव नहीं किया गया है। लॉकडाउन खत्म होने और स्थिति सामान्य होने के बाद ही सीबीएसई मुख्य 29 विषयों के पेपरों का कार्यक्रम जारी करेगी। सीबीएसई ने इस खबर को बेबुनियाद बताया कि बोर्ड ने दसवीं और बारहवीं बोर्ड की परीक्षाओं के बारे में कोई नया फैसला किया है। सीबीएसई ने यह भी कहा कि परीक्षा की सूचना 10 दिन पहले दी जाएगी। लॉकडाउन खत्म होने के बाद स्थिति की समीक्षा करने के बाद ही पेपरों के आयोजन का फैसला लिया जाएगा। सीबीएसई ने बुधवार को ट्वीट कर कहा- ''10वीं सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। यह फिर से दोहराया जाता है कि बोर्ड 10वीं और 12वीं कक्षा के 29 मुख्य विषयों की परीक्षा कराने के अपने उस फैसले पर कायम है जिसका उल्लेख उसने 1 अप्रैल 2020 को जारी सर्कुलर में भी किया था।'
1 अप्रैल 2020 को जारी सर्कुलर में सीबीएसई ने कहा है कि परीक्षा के नए शेड्यूल को लेकर कोई भी फैसला हायर एजुकेशन अथॉरिटी से सलाह मशविरा करने के बाद लिया जाएगा। नई तारीखें एंट्रेंस एग्जाम व एडमिशन की डेट्स को ध्यान में रखकर तय की जाएंगी। इसी सर्कुलर में सीबीएसई ने पहली कक्षा से 8वीं तक के सभी छात्रों को प्रमोट करने का ऐलान किया था। और साथ ही कहा था कि 9वीं और 11वीं के छात्र इंटरनल असेसमेंट, टेस्ट, प्रोजेक्ट वर्क के आधार पर पास किए जाएंगे।
सीबीएसई की यह प्रतिक्रिया उन अटकलों के बाद आई हैं जो कि दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के बयान के बाद पैदा हुई थीं। दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को केंद्रीय मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक से कहा था कि कोविड-19 के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लागू लॉकडाउन की वजह से 10वीं और 12वीं कक्षा की लंबित बोर्ड परीक्षा को आयोजित कराना अभी व्यावहारिक नहीं है। उन्होंने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री की अध्यक्षता में राज्यों के शिक्षा मंत्रियों की हुई बैठक में यह अनुशंसा की। सिसोदिया ने कहा था, ''सामाजिक दूरी की जरूरत की वजह से 10वीं और 12वीं के बाकी विषयों की बोर्ड परीक्षाएं मई या जून में भी कराना व्यावहारिक नहीं है। परीक्षा में देरी से अकादमिक सत्र भी प्रभावित होगा। अन्य राज्यों का अपना शिक्षा बोर्ड है लेकिन दिल्ली के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) है। सीबीएसई के अधिकतर छात्र दिल्ली से आते हैं। मैं मानव संसाधन विकास मंत्री से अपील करता हूं कि वह सीबीएसई को, नौवीं और 11वीं कक्षा के छात्रों के प्रमोट करने फार्मूले को अपनाने के लिए कहें। इस अनिश्चित समय में मैं नहीं जानता कि हम दोबारा परीक्षा करा पाएंगे भी या नहीं। इसलिए आतंरिक मूल्यांकन (इंटरनल असेसमेंट) और अब तक हो चुकी परीक्षा के आधार पर 10वीं और 12वीं की कक्षा के छात्रों का भी मूल्यांकन किया जाना चाहिए।
cbse press release
CBSE 10th and 12th Result 2020: जल्द शुरू होगा सीबीएसई बोर्ड परीक्षा उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन
जल्द शुरू होगा सीबीएसई बोर्ड परीक्षा उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन
मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने बुधवार कहा, "हम कोशिश कर रहे हैं कि सीबीएसई बोर्ड 10वीं 12वीं के जो पेपर हो चुके हैं, उनकी उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन का कार्य शुरू कर दिया जाए।"
उन्होंने कहा "अब सीबीएसई के 10वीं व 12वीं बोर्ड के शेष बचे 83 पेपरों में से 29 विषयों की परीक्षा होगी। शेष वैकल्पिक विषयों के मार्क्स उनके इंटरनल असेसमेंट के आधार पर होगा। हालात सामान्य होती ही सीबीएसई के 29 विषयों की परीक्षाएं शुरू होंगी। विद्यार्थी अपनी पढ़ाई जारी रखें।"
सीबीएसई परीक्षा हालात सुधरते ही 10 दिन में, NEET व JEE पर बनी टास्क फोर्स: रमेश पोखरियाल निशंक
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने बोर्ड परीक्षाएं न करवाए जाने की अटकलों को भी खारिज किया है। मंत्रालय का कहना है कि हालात सामान्य होते ही 10वीं व 12वीं कक्षा की रह गई बोर्ड परीक्षाएं करवा ली जाएंगी।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के मुताबिक सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं की तारीख सुनिश्चित करेगी। लॉकडाउन समाप्त होने के उपरांत छात्रों को परीक्षाओं की तिथि के बारे में जानकारी दे दी जाएगी। बोर्ड परीक्षाओं से कम से कम 10 दिन पहले छात्राओं को परीक्षा की तारीख को लेकर सूचित कर दिया जाएगा।
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