पाठ्यक्रम में 30 फीसद संशोधन कर सकते हैं सभी राज्य विश्वविद्यालय
यूपी के विश्वविद्यालयों में होगा समान पाठ्यक्रम
उत्तर प्रदेश के सभी राज्य शासन की ओर से पाठ्यक्रम का मसौदा मिल गया है। बोर्ड ऑफ स्टडीज, विद्वत परिषद और कार्य परिषद में इस मसले पर विस्तार से चर्चा होगी। इसके बाद इस पर कोई फैसला लेकर नए शैक्षणिक सत्र से लागू किया जाएगा।
विश्वविद्यालयों में नए शैक्षणिक शेणनाशपांडेय, रजिस्ट्रार, प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) राज्य विश्वविद्यालय। सत्र 2020-21 से समान पाठ्यक्रम लागू होगा। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ही यह भी स्पष्ट किया कि संशोधित पाठ्यक्रम में विश्वविद्यालय अपने संकायाध्यक्षों को पाठ्यक्रम भेजकर उनका सुझाव लिया जाएगा।
सुझाव के पूर्व कुलपति प्रोफेसर सुरेंद्र दुबे जाएगा। की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने पाठ्यक्रम की रूपरेखा तैयार कर दरअसल, शासन ने पिछले वर्ष ही स्तर से 30 फीसद तक बदलाव कर के बाद संशोधित पाठ्यक्रम को विभागों की बोर्ड ऑफ स्टडीज में रखा जाएगा। वहां से प्रस्ताव पर मुहर स्थित राज्य विश्वविद्यालयों में स्नातक स्तर सभी विश्वविद्यालयों को भेज भी के कोर्स के लिए समान पाठ्यक्रम दिया है। शासन के निर्देश पर विश्वविद्यालय लागू करने का निर्णय लिया था। इसके सकते हैं।
राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) राज्य लगने के बाद इस मसले को विद्वत लिए एक कमेटी का भी गठन किया विश्वविद्यालय समेत प्रदेश के परिषद और कार्य पषिद में रखा इस मसले को विद्वत परिषद और गया था कमेटी ने सिपोर्ट तैयार कर अन्य विश्वविद्यालयों में इस दिशा जाएगा। कार्य परिषद से मंजूरी मिलने कार्य परिषद के एजेंडे में शामिल कर सभी विश्वविद्यालयों को भेजकर में कवायद भी शुरू हो गई है। के बाद नए शैक्षणिक सत्र से इसे लागू मंजूरी देंगे जिसके बाद नए शिक्षा सत्र इसके लिए पहले विभागाध्यक्षों व कर दिया जाएगा। इसे अमल में लाने को कहा है। साथ
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