यूपी बोर्ड : मूल्यांकन कार्य से गायब शिक्षकों को चेतावनी।
यूपी बोर्डमूल्यांकन कार्य से गायब शिक्षकों को चेतावनी।
लखनऊ : मूल्यांकन की पारिश्रमिक खाते में आएगा।
यूपी बोर्ड हाईस्कूल इंटरमीडिएट परीक्षा -2020 की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य से नदारद शिक्षक और कर्मचारियों को गुरुवार को नोटिस जारी किया गया है। मूल्यांकन कार्य से अनुपस्थित रहने के कारण यह जवाब तलब किया गया है। इन्हें, शुक्रवार तक अपना जवाब देना होगा। इसके खिलाफ वेतन रोके जाने की कार्रवाई की जा रही है। तर्क संगत स्पष्टीकरण एवं साक्ष्य न होने पर उक्त परीक्षकों के खिलाफ कार्यवाई कर दी जाएगी।
उधर, मूल्यांकन कार्य ने रफ्तार पकड़ना शुरू कर दिया है। तीसरे दिन करीब 70 हजार उत्तरपुस्तिकाएं जांची गई। कम छात्रसंख्या वाले कई विषयों की उत्तरपुस्तिकाओं का तो मूल्यांकन भी हो चुका है। भाषाई विषय जैसे उर्दू, पंजाबी समेत संगीत गायन आदि विषयों का मूल्यांकन खत्म हो गया है।
राजधानी में 9 स्कूलों में बने केन्द्र पर उत्तरपुस्तिकाएं जांची जा रही हैं। करीब 5 हजार शिक्षक तैनात किए गए हैं। मूल्यांकन कार्य के तीसरे दिन ही इस प्रक्रिया ने रफ्तार पकड़ ली है। विभागीय आंकड़ों पर भरोसा करें तो, 70 से 80 प्रतिशत तक शिक्षक केन्द्रों पर कॉपी जांचने पहुंचे हैं। इसमें, वित्तविहीन स्कूलों के शिक्षकों की संख्या काफी है।
उधर, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ का बहिष्कार जारी है। संघ ने शासन पर शिक्षकों से दंडात्मक कारवाई का भय दिखाकर मूल्यांकन कार्य कराने का आरोप लगाया। संघ ने इसके विरोध में जेल भरो आंदोलन करने की चेतावनी दी है। प्रदेशीय मंत्री डॉ. आरपी मिश्रा ने कहा संक्रमण लगातार बढ़ रहा है।
यूपी बोर्डमूल्यांकन कार्य से गायब शिक्षकों को चेतावनी।
लखनऊ : मूल्यांकन की पारिश्रमिक खाते में आएगा।
यूपी बोर्ड हाईस्कूल इंटरमीडिएट परीक्षा -2020 की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य से नदारद शिक्षक और कर्मचारियों को गुरुवार को नोटिस जारी किया गया है। मूल्यांकन कार्य से अनुपस्थित रहने के कारण यह जवाब तलब किया गया है। इन्हें, शुक्रवार तक अपना जवाब देना होगा। इसके खिलाफ वेतन रोके जाने की कार्रवाई की जा रही है। तर्क संगत स्पष्टीकरण एवं साक्ष्य न होने पर उक्त परीक्षकों के खिलाफ कार्यवाई कर दी जाएगी।
उधर, मूल्यांकन कार्य ने रफ्तार पकड़ना शुरू कर दिया है। तीसरे दिन करीब 70 हजार उत्तरपुस्तिकाएं जांची गई। कम छात्रसंख्या वाले कई विषयों की उत्तरपुस्तिकाओं का तो मूल्यांकन भी हो चुका है। भाषाई विषय जैसे उर्दू, पंजाबी समेत संगीत गायन आदि विषयों का मूल्यांकन खत्म हो गया है।
राजधानी में 9 स्कूलों में बने केन्द्र पर उत्तरपुस्तिकाएं जांची जा रही हैं। करीब 5 हजार शिक्षक तैनात किए गए हैं। मूल्यांकन कार्य के तीसरे दिन ही इस प्रक्रिया ने रफ्तार पकड़ ली है। विभागीय आंकड़ों पर भरोसा करें तो, 70 से 80 प्रतिशत तक शिक्षक केन्द्रों पर कॉपी जांचने पहुंचे हैं। इसमें, वित्तविहीन स्कूलों के शिक्षकों की संख्या काफी है।
उधर, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ का बहिष्कार जारी है। संघ ने शासन पर शिक्षकों से दंडात्मक कारवाई का भय दिखाकर मूल्यांकन कार्य कराने का आरोप लगाया। संघ ने इसके विरोध में जेल भरो आंदोलन करने की चेतावनी दी है। प्रदेशीय मंत्री डॉ. आरपी मिश्रा ने कहा संक्रमण लगातार बढ़ रहा है।
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