कोरोना की मार : स्कूलों के न खुलने से करोड़ों का कारोबार ठप
स्कूल ड्रेस, बैग, बॉटल और टिफिन का कारोबार करने वालों को अभी भी स्कूलों के खुलने का इंतजार है। हर साल मार्च की शुरुआत से मई मध्य तक इन व्यवसायियों की सालभर कमाई हो जाती थी। लेकिन इस बार स्थितियां दूसरी हैं। व्यापारियों की दुकान और गोदाम में करोड़ों का मालडंप पड़ा है। स्कूल कब खुलेंगे अभी कुछ कहा नहीं जा सकता।
इसके साथ ही दुकान में काम करने वाले कर्मचारियों का वेतन और बैंक का ब्याज व्यापारियों की चिंता बढ़ गई है। शत प्रतिशत बिक्री हुई प्रभावित स्कूल ड्रेस के विक्रेता सोहित खन्ना ने बताया कि होली के तुरंत बाद स्कूल ड्रेस दुकानदारों के पास आ जाते हैं।
मार्च के अंत से बिक्री शुरू हो जाती है लेकिन इस बार कोरोना के चलते एक भी पीस स्कूल ड्रेस नहीं बिकी। दुकान में पड़े कपड़ों का क्या हाल है यह भी व्यापारी नहीं जानते। लगभग पांच करोड़ का व्यवसाय प्रभावित हुआ है।
बैग, टिफिन में आठ करोड़ का व्यवसाय प्रभावित स्कूल बैग, टिफिन और बॉटल का इस समय लगभग आठ करोड़ का व्यवसाय होता था। टिफिन और बॉटल के होल सेलर राजीव शर्मा
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