फतेहपुर : मानव सम्पदा पोर्टल होगा मजबूत, डाटा में होगा सुधार, लाभ और लापरवाही पर कार्रवाई का आधार बनेगी कुंडली, शासन स्तर पर अध्यापकों का तैयार हो रहा डाटा।
फतेहपुर : बेसिक शिक्षा विभाग पुरानी घिसी पिटी व्यवस्था पर विराम लगाते हुए हाईटेक ऑनलाइन डाटा तैयार करवा हा है। ब्लाकों से ऑनलाइन डाटा मानव संपदा में फीड किया जाएगा। यूं तो यह काम बीते साल चल रहा है, लेकिन अभी संकलित डाटा में तमाम खामियां हैं। इन खामियों को दूर करने के लिए शासन ने आदेश दिया है। दायित्व निर्वहन के लाभ और लापरवाही पर कार्रवाई का त्वरित आधार मानव संपदा पोर्टल बनेगा। वेबसाइट में जाकर एक क्लिक करने पर संबंधित अध्यापक का समूचा ब्यौर कंप्यूटर की स्क्रीन पर होगा। जरूरत पड़ने पर अब सर्विस बुक मंगाने और खोजने की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा। जिले के 2650 परिषदीय स्कूलों में 845 शिक्षक-शिक्षिकाएं नियुक्त हैं। पेपरलेश काम को बढ़ावा देने के लिए शासन से निर्देश जारी कर रहा है। मानव संपदा पोर्टल में शिक्षकों का सूचना विवरण दर्ज होता है। जैसे कि नाम, पता, जन्मतिथि, पिता का नाम, नियुक्ति तिथि, किन किन विद्यालयों में तैनाती रही, कौन कौन सी उपलब्धियां हासिल की, किस गलत काम में दंडित किए गए जैसे बिंदु होते हैं। पोर्टल में दर्ज विवरण का बारीकी से परीक्षण हुआ तो पता चला कि इसमें तमाम त्रुटियां हैं। इसको दूर करने के लिए शिक्षा महानिदेशक विजय किरण आनंद ने सहूलियत दी है। फीड ऑनलाइन डाटा को चेक करके खामियों को पूरा कर लिया जाए। इन खामियों को दुरुस्त करने के लिए शासन ने पोर्टल खोल दिया है। बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि सभी खंड शिक्षा अधिकारियों और शिक्षकों को निर्देशित किया गया वह दर्ज डाटा की जानकारी कर लें। यदि कोई त्रुटि है तो इस अवधि में सुधार करवा लें। आने वाले समय में महत्वपूर्ण सेवाएं जैसे स्थानांतरण, एसीआर, वेतन इत्यादि इस पोर्टल की मदद से ही किए जाने की तैयारी चल रही है।
फतेहपुर : बेसिक शिक्षा विभाग पुरानी घिसी पिटी व्यवस्था पर विराम लगाते हुए हाईटेक ऑनलाइन डाटा तैयार करवा हा है। ब्लाकों से ऑनलाइन डाटा मानव संपदा में फीड किया जाएगा। यूं तो यह काम बीते साल चल रहा है, लेकिन अभी संकलित डाटा में तमाम खामियां हैं। इन खामियों को दूर करने के लिए शासन ने आदेश दिया है। दायित्व निर्वहन के लाभ और लापरवाही पर कार्रवाई का त्वरित आधार मानव संपदा पोर्टल बनेगा। वेबसाइट में जाकर एक क्लिक करने पर संबंधित अध्यापक का समूचा ब्यौर कंप्यूटर की स्क्रीन पर होगा। जरूरत पड़ने पर अब सर्विस बुक मंगाने और खोजने की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा। जिले के 2650 परिषदीय स्कूलों में 845 शिक्षक-शिक्षिकाएं नियुक्त हैं। पेपरलेश काम को बढ़ावा देने के लिए शासन से निर्देश जारी कर रहा है। मानव संपदा पोर्टल में शिक्षकों का सूचना विवरण दर्ज होता है। जैसे कि नाम, पता, जन्मतिथि, पिता का नाम, नियुक्ति तिथि, किन किन विद्यालयों में तैनाती रही, कौन कौन सी उपलब्धियां हासिल की, किस गलत काम में दंडित किए गए जैसे बिंदु होते हैं। पोर्टल में दर्ज विवरण का बारीकी से परीक्षण हुआ तो पता चला कि इसमें तमाम त्रुटियां हैं। इसको दूर करने के लिए शिक्षा महानिदेशक विजय किरण आनंद ने सहूलियत दी है। फीड ऑनलाइन डाटा को चेक करके खामियों को पूरा कर लिया जाए। इन खामियों को दुरुस्त करने के लिए शासन ने पोर्टल खोल दिया है। बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि सभी खंड शिक्षा अधिकारियों और शिक्षकों को निर्देशित किया गया वह दर्ज डाटा की जानकारी कर लें। यदि कोई त्रुटि है तो इस अवधि में सुधार करवा लें। आने वाले समय में महत्वपूर्ण सेवाएं जैसे स्थानांतरण, एसीआर, वेतन इत्यादि इस पोर्टल की मदद से ही किए जाने की तैयारी चल रही है।
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