राजकीय स्कूलों में दाखिले की धीमी प्रक्रिया ने बढ़ाई चिंता, मार्च से अब तक 50% से भी कम हुए दाखिले
एंड्रॉयड फोन नहीं, कैसे हो ऑनलाइन दाखिला?
लखनऊ शहर के राजकीय स्कूलों में शुरू हुई दाखिले की ऑनलाइन प्रक्रिया भी धीमी है। मार्च से मई के बीच 52 राजकीय स्कूलों में 50 फीसदी से भी कम दाखिले हुए हैं। स्कूल प्रशासन का तर्क है कि दाखिले धीमे होने का सबसे बड़ा कारण एंड्रॉयड फोन की कमी है। दाखिले वॉट्सऐप के जरिए होने हैं। ऐसे में अभ्यर्थियों के पास एंड्रॉयड फोन और इंटरनेट की समस्या है।
साथ ही लॉकडाउन के कारण उन्हें दाखिलों की जानकारी भी नहीं हो पा रही है। राजकीय हुसैनाबाद में 10 भी नहीं पहुंची संख्या: राजकीय हुसैनाबाद इंटर कॉलेज की प्रिंसिपल वंदना मिश्रा का कहना है कि उनके यहां मई तक महज 6 से 7 दाखिले ही हुए हैं, जबकि आम दिनों में यह आंकड़ा 100 से ऊपर तो रहता था।
उन्होंने बताया कि राजकीय स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र संपन्न परिवारों से नहीं होते हैं, जिससे उन्हें ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी करने में परेशानी हो रही है। साथ ही अभिभावकों में कोरोना का डर भी है। उन्होंने बताया कि फिलहाल हम मूल्यांकन का कार्य कर रहे हैं। जैसे ही यह खत्म होगा हम विभाग को दाखिले की समस्या भी बताएंगे।
No comments:
Write comments